लोयाबाद कनकनी दो नंबर चानक के समीप सूरज रविदास की पत्थर से कूचकर हुई हत्या मामले का पुलिस ने उद्भेदन का दावा किया है। मामले में धनबाद एएसपी मनोज स्वर्गियारी ने सोमवार को लोयाबाद थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया । कांफ्रेंस में पुलिस ने बताया कि पुरानी रंजीश को लेकर पप्पू मंडल ने सूरज रविदास की हत्या की है।पप्पू ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।
पुलिस कांड का उद्वभेदन कर अपनी पीठ थपथपा रही
हालांकि आरोपी ने खुद थाने में सरेंडर कर अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पप्पू ने पुलिस को बताया कि उसका सूरज के साथ गाली गलौज व झगड़ा होता था ,घटना के दिन भी उसके साथ बकझक हुई जिसके बाद आवेश में उसने सूरज की हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खून लगा पत्थर भी जब्त किया है। एएसपी ने बताया कि पुलिस के दबाव के बाद पप्पू को पकड़ लिया गया, पप्पू को हत्या के आरोप में जेल भेजा जा रहा है। पकड़े गए अन्य सात युवकों की हत्या में संलिप्तता की जाँच की जा रही है।एएसपी मनोज स्वर्गियारी ने पत्रकारों को साफ तौर पर कहा कि प्राथमिकी में सिर्फ नाम देने से नहीं होता, घटना में युवकों की संलिप्तता होने पर ही कार्यवाही की जाएगी।किसी भी निर्दोष को जेल नहीं भेजा जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस मे
थाना प्रभारी चुन्नू मुर्मू, अवर निरिक्षक दिवाकर प्रसाद वर्मा शामिल थे।बताया जाता है कि शनिवार की देर शाम कनकनी दो नंबर चानक के समीप सूरज रविदास की पत्थर से कूचा शव मिला था।मामले में सूरज की पत्नी मधु देवी की लिखित शिकायत पर ग्यारह नामजद लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।जिसमें आठ युवकों को पुलिस ने पकड़ा था।जिसमें पप्पू मंडल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
साक्ष्य के रूप में व्हाटसअप चैटिंग हाथ लगा पुलिस को
लोयाबाद पुलिस को पप्पु मंडल के एक व्हाटसअप चैटिंग हाथ लगा है। पप्पु अपने एक महिला रिश्तेदार से व्हाटस अप चैटिंग कर घटना की जानकारी दी। महिला रिश्तेदार ने उसे इस बात के लिए काफ़ी डाँटा और समझाया भी। लोयाबाद थानेदार चुन्नु मुर्मू ने भी व्हाटस चैटिंग मिलने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि चैटिंग में हत्या करने की बात कही गई। उसी चैटिंग के आधार पर दबीस बनाई गई थी तब वह जा कर थाने में सरेंडर किया है।
हिरासत में लिए गए युवाओं के परेशान स्वजन थाने के सामने है बैठे
इस कांड में हिरासत में लिए गए युवाओं के परेशान महिला पुरुष स्वजन थाने के सामने डटे हुए हैं। बच्चों को छोड़ने के इंतजार में थाने की तरफ निगाहें टिकाए बैठे हैं। लोगों का कहना है कि जब पप्पु मंडल ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और पुलिस को बताया भी है कि वह अकेला ही इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस द्वारा अब तक उन लोगों को नहीं छोड़े जाने से वे लोग काफी मानसिक तनाव है। उन लोगों को भी विश्वास है कि उनके बच्चों का इस घटना में कोई संलिप्तता नहीं है।