दुर्गापुर(प0 बंगाल, दिनांक : 24 जून 2017) ईसीएल के काजोड़ा एरिया में डी.ओ. के आड़ में ओवरलोडिंग की खबरें काफी दिनों से आ रही थी परन्तु इस पर पर्दा तब उठ गया जब अंडाल थाना क्षेत्र के काजोड़ा गोलाई में बीते गुरूवार दिनांक २२ जून को कोयले की ओवरलोडिंग से लदा एक ट्रक एक मकान को तोड़ते हुए उसमें घूस गया। इस घटना में एक वृद्धा को काफी चोटें आयी और रानीगंज के आनंदलोक अस्पताल में उनका ईलाज चल रहा है। सामान्य तौर पर यह किसी आम सड़क दुर्घटना के तरह ही प्रतीत हो रहा था लेकिन जब कैमरा ट्रक में लदे कोयले की ओर गया तो काफी आश्चर्य हुआ। ट्रक कोयले से पूरी तरह से लदा हुआ था.हमने इस क्षेत्र से जुड़े से कुछ लोगों से जब पूछा कि ट्रक में कितना कोयला हो सकता है तो उन्होंने बताया कि ट्रक में कम से कम 30 टन कोयला हो सकता है जबकि उस जैसे 12 चक्का ट्रक के लिए अधिकतम 20 टन सामान लदाई करने की अनुमति है। अर्थात यहाँ ओवरलोडिंग का स्पष्ट मामला दिखा। पर उससे भी आश्चर्य तब हुआ जब काफी हंगामे के बाद पुलिस ने जो चलान दिखाया उसमें 20 टन कोयला ही लिखा हुआ था परंतु ट्रक में लदा कोयला तो कुछ और ही गवाही दे रहा है।
इस विडियो को देखकर कोई भी व्यक्ति बहुत आसानी से समझ सकता है कि ट्रक में लदा कोयला चलान में लिखे कोयले से अधिक है परंतु मौके पर पहुँची पुलिस को चलान पर पूरा विश्वास है और पत्रकारों को भी उसी विश्वास के साथ बता रहे हैं कि ट्रक में लदा कोयला 20 टन ही है। और यह ओवरलोडिंग नहीं है।
बात केवल ओवरलोडिंग पर खत्म नहीं हो जाती है यह कोयला चोरी का भी मामला हो सकता है। 20 टन से अतिरिक्त जितना भी कोयला ट्रक में लदा होगा सब का सब अवैध ही होगा और यह ईसीएल की कोलियरी से कोयले की चोरी का मामला बनता है। इसका संदेह इसलिए भी जाता है क्योंकि काफी दिनों से ईसीएल की कोलियरियों से कोयला चोरी की खबरें आ रही है और यह काफी व्यवस्थित तरीके से होती है इसमें ईसीएल के कुछ अधिकारी से लेकर कांटा बाबु, स्थानीय पुलिस एवं कुछ सŸााधारी नेता सबकी मिलीभगत रहती है। घटनास्थल पर लोगों ने बताया कि यह रास्ता कोयला गाड़ियों के चलने के लिए नहीं फिर भी हर रोज चार से पाँच ट्रक ओवरलोड कोयला गाड़ी इधर से पार होता है जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा हमेशा खतरे में रहती है।
किसी भी दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की पूरी जांच होती है यह नियम है साथ ही उस गाड़ी में लदे माल की भी जांच होती है। पुलिस को चाहिए था कि वो गाड़ी में लदे कोयले का फिर से वजन करवाये परंतु श्रीमान ने इसकी जरूरत नहीं समझी।
यदि ओवरलोडिंग की बात सच है जैसा कि विडियो को देखकर प्रतीत होता है तो यह एक बहुत बड़े रैकेट की ओर ईशारा करता है जिसमें बहुत कुछ खुलासा हो सकता है। यह काम कितने दिनों से चल रहा है और अब तक ईसीएल के कितने कोयले की चोरी हो चुकी है इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं इत्यादि परंतु सच का पता लगाने के बजाय अंडाल पुलिस के इस अधिकारी को यह साबित करने की जल्दबाजी है कि सब कुछ ठीक है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
इस विडियो को देखकर कोई भी व्यक्ति बहुत आसानी से समझ सकता है कि ट्रक में लदा कोयला चलान में लिखे कोयले से अधिक है परंतु मौके पर पहुँची पुलिस को चलान पर पूरा विश्वास है और पत्रकारों को भी उसी विश्वास के साथ बता रहे हैं कि ट्रक में लदा कोयला 20 टन ही है। और यह ओवरलोडिंग नहीं है।
बात केवल ओवरलोडिंग पर खत्म नहीं हो जाती है यह कोयला चोरी का भी मामला हो सकता है। 20 टन से अतिरिक्त जितना भी कोयला ट्रक में लदा होगा सब का सब अवैध ही होगा और यह ईसीएल की कोलियरी से कोयले की चोरी का मामला बनता है। इसका संदेह इसलिए भी जाता है क्योंकि काफी दिनों से ईसीएल की कोलियरियों से कोयला चोरी की खबरें आ रही है और यह काफी व्यवस्थित तरीके से होती है इसमें ईसीएल के कुछ अधिकारी से लेकर कांटा बाबु, स्थानीय पुलिस एवं कुछ सŸााधारी नेता सबकी मिलीभगत रहती है। घटनास्थल पर लोगों ने बताया कि यह रास्ता कोयला गाड़ियों के चलने के लिए नहीं फिर भी हर रोज चार से पाँच ट्रक ओवरलोड कोयला गाड़ी इधर से पार होता है जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा हमेशा खतरे में रहती है।
किसी भी दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की पूरी जांच होती है यह नियम है साथ ही उस गाड़ी में लदे माल की भी जांच होती है। पुलिस को चाहिए था कि वो गाड़ी में लदे कोयले का फिर से वजन करवाये परंतु श्रीमान ने इसकी जरूरत नहीं समझी।
यदि ओवरलोडिंग की बात सच है जैसा कि विडियो को देखकर प्रतीत होता है तो यह एक बहुत बड़े रैकेट की ओर ईशारा करता है जिसमें बहुत कुछ खुलासा हो सकता है। यह काम कितने दिनों से चल रहा है और अब तक ईसीएल के कितने कोयले की चोरी हो चुकी है इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं इत्यादि परंतु सच का पता लगाने के बजाय अंडाल पुलिस के इस अधिकारी को यह साबित करने की जल्दबाजी है कि सब कुछ ठीक है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
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Last updated: अक्टूबर 17th, 2017 by