
झरिया । झरिया कोयलांचल में संचालित आउटसोर्सिंग परियोजना में काम करनेवाले मजदूरों का शोषण तथा विस्थापन की समस्या विकराल रूपधारण करते जा रही है। मामले को लेकर श्रमिक संगठनों द्वारा ईमानदारी से लड़ाई नहीं लड़ने के कारण यह समस्या कोढ़ बन गई है। अब झरिया में बिहार जनता खान मजदूर संघ की इंट्री हो गई है जो ईमानदारी से प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन कर मजदूरों और विस्थापितों को उसका अधिकार दिलाएगी । उक्त बाते संघ के महामंत्री रणविजय सिंह ने रविवार को संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष शेरू के जामाडोबा स्थित आवास पर एक पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि झरिया कोयलांचल बीसीसीएल ही नहीं केंद्र सरकार का रीढ़ है, लेकिन जबसे यहां आउटसोर्सिंग का संचालन होने लगा है तब से प्रबंधन क्षेत्र के गुंडों को लठैत बनाकर मजदूरों से 8 घंटा की जगह 12 घंटे ड्यूटी लेती है तथा वर्षों से रह रहे लोगों को जबरन विस्थापन कराने को मजबूर कर रहा है। प्रबंधन का यह हठधर्मी अब भी चलेगी। उन्होंने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तक उसे ईमानदार मजदूर और उसके नेता से पाला नहीं पड़ा था। अब बिहार जनता खान मजदूर संघ एवं उसका एक एक सिपाही मजदूरो को समान काम का समान वेतन दिलाने, आठ घटना ड्यूटी कराने तथा विस्थापितों को पुनर्वास नीति के तहत 20 लाख की सुविधा दिलाने के लिए जल्द ही रोड मैप बनाकर निर्णायक लड़ाई लड़ने को बिगुल फूंकेगी । इस दौरान कई लोगों ने रणविजय की मौजूदगी में दूसरे दल छोड़कर संघ की सदस्यता ग्रहण किया। जिसमें महामंत्री रणविजय सिंह ने शेरू खान को केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं शाहबाज सिद्दीकी को केंद्रीय सचिव मनोनीत कर उसे मजदूर आंदोलन के लिए अधिगृहित किया । मौके पर केन्द्रीय उपाध्यक्ष शेरू खान, भाजपा नेता कयूम अंसारी ₹, झामुमो महिला मोर्चा नेता रीना पासवान, सिकंदर, आरिफ खान, जितेंद्र कुमार, अरशद शाह, मनोज पंडित साजिद अंसारी आदि थे।
संवाददाता — शमीम हुसैन

