रानीगंज ।धर्म सभ को संबोधित करते हुए रानीगंज के अमृत आश्रम में नाथ संप्रदाय के प्रमुख गुरू नाथ जी महाराज ने कहा कि गुरु परंपरा पर हमारा सभ्यता संस्कृति अधारित है। आज फिर से इस परंपरा की ओर लोग आकर्षित होने लगे हैं। हम अपने पुराने इतिहास की ओर जाएँगे तो पाएंगे कि राज दरबार में गुरु का अपना स्थान होता था। समय अनुकूल गुरु आदेश देते थे और उस परंपरा को निभाया जाता था।
उन्होंने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि जब जब जरूरत पड़ी है गुरु ही सामने दिखे हैं। उत्तर प्रदेश में जिस रूप से दुराचार अत्याचार भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया था। आज आदर्श गुरु की वजह से ही दुनिया को आइना दिखा रही है। माता पिता जन्म देते हैं लेकिन अज्ञानता से ज्ञान की ओर गुरु ही मनुष्य को लाते हैं।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने पिछले दिनों बहुत कष्ट सहा है अपनों को खोया है। लेकिन धैर्य को नहीं खोना है। एक दूसरे का मदद अवश्य करनी है। आने वाले आपद से भी हम जीत जाएँगे। हिंदू समाज त्याग बलिदानी पर विश्वास रखती है। इसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए। हम लोगों ने सेवा भाव के साथ आगे बढ़ा इतने बड़े विपदा से निकल पड़े हैं।