रानीगंज । गंधर्व कला संगम की ओर से शिशु बागान मोड़ पर आयोजित समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण के ऊपर एक सेमिनार का आयोजन की गई। इस अवसर पर आसनसोल गर्ल्स कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल तृप्ति चटर्जी ने कहीं की ऐसा नहीं है कि महिलायेंं दीवार को तोड़कर या दरवाजा को तोड़कर बाहर आ गई है । महिलायें अपने घरों से सम्मान पूर्वक बाहर आकर यह समझा दिया है कि महिलायें वह सब काम कर सकते हैं जो एक पुरुष वर्ग कर सकते है। लायंस क्लब महिला विंग रानीगंज के कार्यकारिणी अध्यक्ष खेतान में कहीं की पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर जिस रूप से महिलायें आगे बढ़ रही है उससे न केवल वह अपने परिवार का बल्कि समाज और देश का विकास भी कर रहे हैं आज महिलायें उपेक्षित नहीं है ।
गंधर्व कला संगम ने आज एक और अध्याय को आगे बढ़ाने में सफल हुई है इस संस्था ने एक तरफ यहाँ ब्यूटी पार्लर तो दूसरी तरफ प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से महिलायें जिस रूप से काम शुरू की है, इससे सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नए आयाम लिखी जाएगी, आसनसोल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष शंभूनाथ झा ने कहा कि गंधर्व कला संगम एक तरफ आदिवासी समाज के विकास के लिए तो दूसरी तरफ महिला सशक्तिकरण के लिए जो काम कर रही है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि हम लोग आपके साथ हैं आप आगे बढ़े रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष मुख्य सलाहकार कन्हैया सिंह ने कहा कि वर्षों से इस संस्था के माध्यम से जिस रूप से पिछड़े शोषित समाज के लिए काम कर रही है। आज उसका परिणाम भी सुंदर दिख रहा है।
उन्होंने आह्वान किया की इस संस्था का सहयोग के लिए सभी को आगे आना चाहिए, संस्था के संयोजक संस्थापक सारस्वती चटर्जी ने कहीं की मैं भी एक कर्म जीवी शिक्षिका थी लेकिन मैंने इन आदिवासी समाज के युवाओं एवं उनके परिजनों से जब मिला तो मेरे में बदलाव आए और मैं इनके प्रति अपना सब कुछ निछावर करते हुए आगे बढ़ रही हूँ ईश्वर सफलता भी दे रहे हैं। उन्होंने सजग की की पर्यावरण के प्रति जागरूक हो जाएं रानीगंज को ग्रीनटाउन बनाने के प्रयास को आगे बढ़ाते हुए बड़े-बड़े पौधे लगाए।