रानीगंज । आखिरकार रानीगज क़े श्री दुर्गा नर्सिंग होम बंद करने का निर्देश दिया चीफ मेडिकल ऑफिसर ने। नर्सिंग होम कानून का उलघन का आरोप हैं।
न ट्रेड लाइसेंस न स्वास्थ्य विभाग का लाइसेंस भी नहीं था
मंगलवार को चीफ मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ डॉ देवाशीष हलदार, नगर निगम के एमआईसी स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी दिवेन्दू भगत ,रानीगंज थाना प्रभारी शुभ्रता घोष, सर्किल इंस्पेक्टर ऑफ पुलिस चंद्रशेखर दास ,रानीगंज के श्री दुर्गा नर्सिंग होम पहुंचे। जहां छानबीन करके पाया गया कि आसनसोल नगर निगम से अस्पताल चलाने के लिए ट्रेड लाइसेंस नहीं लिया गया है , आसनसोल स्वास्थ्य विभाग का लाइसेंस भी नहीं है एवं कई वर्षों से या नर्सिंग होम बिना सरकारी लाइसेंस से चलाया जा रहा है ।
उखड़ा के एक महिला मरीज को दिया गया था एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन
नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी दिवेन्दू भगत ने बताया कि 3 दिन पहले उखड़ा के एक महिला मरीज को इसी नर्सिंग होम में इलाजरत भर्ती अवस्था में एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन देने के कारण परिजनों ने अस्पताल प्रबंधक के विरुद्ध हंगामा किया था एवं जब श्री भगत ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो देखा कि ऑपरेशन थिएटर के अंदर कई इंजेक्शन सील पैक एक्सपायरी डेट के पाए गए । रानीगंज पुलिस ने सारे एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन अपने कब्जे में लिए थे । मंगलवार को पूरी टीम ने नर्सिंग होम का सर्वेक्षण किया जिसमें देखा गया कि नर्सिंग होम के मालिक बिना कागजात के लाइसेंस लिए बिना गैर कानूनी ढंग से नर्सिंग होम चला रहे हैं ।
सभी स्वास्थ्य संस्थानों की होगी जांच
चीफ मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ डॉ देवाशीष हलदार ने बताया कि रानीगंज शहर में कई डायग्नोसिस सेंटर कुकुरमुत्ते की तरह उग आए हैं उनके लाइसेंस का भी सर्वेक्षण किया जाएगा । एवम प्रत्येक नर्सिंग होम में जाकर भी सर्वेक्षण किया जाएगा जो नर्सिंग होम के मालिक सरकारी स्वास्थ्य विभाग का नियम पालन करने में सही नहीं पाए गए तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने बताया कि कि कई नर्सिंग होम के मेडिकल ऑफिसर के डिग्री की भी जांच की जाएगी एवं रानीगंज में प्रैक्टिस कर रहे हैं डॉ के सर्टिफिकेट की भी जांच की जाएगी ।उन्होंने बताया कि फर्जी रूप से जो चिकित्सक लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।