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पश्चिम बर्द्धमान में (SIR): 2002 की सूची से मात्र 35% नामों का मिलान, विपक्षी दलों ने जताई चिंता

आसनसोल/पश्चिम बर्द्धमान: राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार से बंगाल सहित 12 राज्यों में शुरू किए गए विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया के तहत पश्चिम बर्द्धमान जिले में मतदाता सूची की प्रारंभिक मैपिंग में चिंताजनक स्थिति सामने आई है। जिले की 23,27,503 मतदाताओं वाली सूची में 2002 की मतदाता सूची के आधार पर मैपिंग में प्रारंभिक तौर पर 41% मेल मिला था, लेकिन बीएलओ ऐप के माध्यम से जांच के बाद यह आंकड़ा घटकर केवल 35% रह गया है, जिसे कांग्रेस जैसी पार्टियों ने चिंताजनक बताया है।

बुधवार दोपहर आसनसोल के कल्याणपुर स्थित नवनिर्मित जिला शासक कार्यालय में जिला शासक एस. पोन्नाबलम की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा, सीपीएम, कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और चुनाव विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

एसआईआर की महत्वपूर्ण समय-सीमा:

जिला शासक ने बैठक में सभी दलों को SIR प्रक्रिया की महत्वपूर्ण तिथियों से अवगत कराया:

* घर-घर जाकर गणना फार्म वितरण और गणना: 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक।

* ड्राफ्ट सूची प्रकाशन: इसके बाद।

* ड्राफ्ट सूची से संबंधित शिकायतें/आवेदन: 9 दिसंबर से 8 जनवरी तक।

* सुनवाई और सत्यापन: 9 दिसंबर से 31 जनवरी तक।

* अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन: 7 फरवरी को।

नाम न मिलने पर मिलान प्रक्रिया:

जिला शासक ने स्पष्ट किया कि मैपिंग मुख्य रूप से 2002 की सूची के नामों से होगी, लेकिन यदि किसी मतदाता का नाम नहीं मिलता है, तो उसके माता-पिता या रक्त संबंधी के नाम से मिलान करने का प्रयास किया जाएगा ताकि स्वच्छ और पारदर्शी सूची तैयार हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि रानीगंज, जामुरिया, दुर्गापुर पूर्व व पश्चिम विधानसभाओं के ईआरओ (Electoral Registration Officer) बदल चुके हैं।

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया:

बैठक के बाद विपक्षी दलों ने मैपिंग के कम प्रतिशत पर चिंता व्यक्त की।

* कांग्रेस: जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेश चक्रवर्ती ने मात्र 35% मेल मिलने को चिंताजनक बताते हुए कहा कि यदि बीएलओ समस्याओं का समाधान नहीं कर पाए, तो यह जिला सबसे अधिक प्रभावित होगा जहां 100% मेल संभव नहीं हो पाएगा।

* तृणमूल कांग्रेस (TMC): उत्पल सेन ने कहा कि वे पूरी प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं और औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण लोगों के आवागमन के सवालों को बैठक में उठाया गया, जिस पर जिला शासक ने आश्वासन दिया।

* भाजपा: प्रशांत चक्रवर्ती व तापस राय ने कहा कि सभी दल स्वच्छ मतदाता सूची चाहते हैं और विभिन्न राज्यों से आए श्रमिकों के नाम जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसका विवरण शासक आयोग से बात कर सूचित करेंगे।

सभी दलों ने स्वच्छ मतदाता सूची की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि कम मिलान दर ने अधिकारियों के समक्ष डेटा शुद्धिकरण की चुनौती को उजागर कर दिया है।

 

Last updated: अक्टूबर 30th, 2025 by Guljar Khan