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सीबीआई के हत्थे चढ़ा बीसीसीएल का एक और क्लर्क, 9 दिन पहले ही हाजिरी बाबू की हुई थी गिरफ्तारी

गिरफ्तार आरोपी पीएफ क्लर्क भूतेश्वर प्रसाद साव (लाल घेरे में ) को ले जाती सीबीआई की टीम

बीसीसीएल सिजुआ क्षेत्र से हाजिरी बाबू की गिरफ्तारी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि कुसुंडा क्षेत्र के ईस्ट बाँसुरिया कोलियरी के कार्यालय पर बुधवार को सीबीआई की टीम ने पीएफ क्लर्क भूतेश्वर प्रसाद साव को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

नौ दिनों में सीबीआई की बीसीसीएल के बाबुओं पर दूसरी कार्यवाही है। इससे पहले 5 मई को सिजुआ क्षेत्र के बाँसजोड़ा कोलियरी में अटेंडेंस क्लर्क को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। शिकायकर्ता की सूचना के सत्यापन के आधार पर सीबीआई के पाँच इंस्पेक्टर की टीम ने यह कार्यवाही की है।

पीएफ क्लर्क ने बीसीसीएल के रिटायर्ड कर्मी द्वारिका मंडल से पीएफ की रकम निकालने व पेंशन की कागजात तैयार करने के बदले 25 हजार घूस की मांग की थी। 10 हजार रुपये देकर रँगे हाथों पीएफ क्लर्क को दबोचा गया है।

सीबीआई की इस कार्यवाही के बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया। पीएफ क्लर्क भूतेश्वर प्रसाद साव को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई की टीम ने करीब पाँच घंटे तक कार्यालय में जरूरी दस्तावेज खंगाले। कुछ कागजात बन्द लिफाफे में सील कर ले गए।

शिकायतकर्ता द्वारिका मंडल ईस्ट बाँसुरिया 4 नंबर का रहने वाला है। 31 मार्च को वह रिटायर्ड किया था। द्वारिका मण्डल पीएफ की रकम निकालने को लेकर परेशान थे। रिटायरमेंट के बाद से वह बाबुओं के चक्कर लगा रहे थे। उनसे 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। काफी-मान मनौवल के बाद 25 हजार पर आए।

बीसीसीएल को अपने जीवन भर का श्रम देने के बाद खुद के रुपए निकालने में रिश्वत मांगे जाने से रिटायर्ड द्वारिका मण्डल काफी आहात थे। इसी बीच सिजुआ में हाजिरी बाबू की गिरफ्तारी की जानकारी उन्हें मिली। इस गिरफ्तारी ने द्वारिका मण्डल के मन में एक उम्मीद की किरण जगाई और वे भी सीबीआई के पास पहुँच गए अपनी शिकायत लेकर।

सीबीआई की टीम ने फिर जाल बिछाया और द्वारिका मण्डल को केमिकल लगे दस हजार रुपए दिये जिसे द्वारिका मण्डल ने रिश्वत मांग रहे पीएफ़ क्लर्क को दिया और उसी समय घात लगाए आस-पास बैठी सीबीआई की टीम ने अपनी धमक दी। सीबीआई ने पीएफ क्लर्क भूतेश्वर प्रसाद साव के हाथ व पैंट धुलवाया। हाथ लाल होते ही रिश्वत के आरोप की पुष्टि हुई और रंगे हाथ क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया। 13 मई सुबह 9:30 बजे ट्रैपिंग हुई और दोपहर दो बजे तक सर्चिंग ऑपरेशन चलता रहा। सीबीआई के इंस्पेक्टर राहुल प्रियदर्शी की अगुवाई में करीब सहित 09 लोग इस अभियान में शामिल थे।

सीबीआई की कार्यवाही से बाकी कार्यालय के बाबुओं में सनसनी फैल गई है। महज नौ दिन में बीसीसीएल के दो बाबुओं की गिरफ्तारी से एक तरफ सीबीआई की तारीफ हो रही है तो दूसरी तरफ भ्रष्ट बाबुओं के माथे पर चिंता की लकीरें आने लगी। इसी तरह बीसीसीएल कर्मी हिम्मत दिखाते रहे थे बीसीसीएल को भ्रष्टाचार से छुटकारा दिला पाना मुश्किल नहीं होगा।

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Last updated: मई 13th, 2020 by Pappu Ahmad