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एक बार फिर फैला बच्चा चोर का आतंक, ग्रामीणों ने सलानपुर थाना घेरा

बच्चा चोर की अफवाह से एक बार फिर आतंकित हुये लोग

सालानपुर । अभी बच्चा चोर का दहशत लोग ठीक से भूले भी नहीं थे कि मंगलवार की देर रात की एक घटना से पूरा इलाका आतंकित हो उठा। आक्रोशित ग्रामीणों ने उग्र होकर सालानपुर थाना को घेर लिया और बच्चा चोर गिरोह को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सालानपुर थाना अंतर्गत थाना से कुछ ही दूर स्थित मांझीपाड़ा(नुनियापाड़ा) निवासी सुशील तूरी की 12 वर्षीय पुत्री चंम्पा तूरी देर संध्या घर के पीछे सौच के लिए गयी थी । परिजनों का कहना है कि तभी घात लगाए एक महिला ने उन्हें दबोच लिया और कुछ नशीली दवा उन्हें सूंघा दिया जिससे चंम्पा बेहोश हो गयी।

घटना में बेहोश हुई युवती

परिजनों का आरोप है कि बच्ची की कराहने की आवाज़ सुनकर पिता सुशील तूरी और माँ आदोरी तूरी दौड़ी । उनलोगों ने कुछ लोगों को रेलवे लाइन की ओर भागते देखा।

यह खबर पूरा गाँव में जंगल में आग की तरह फैल गई। पूरा गाँव एकजुट होकर लाठी डंडा लेकर बच्चा चोर गिरोह की तलाश करने लगे। इधर सूचना पाकर पहुँचे सालानपुर पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहयोग से अचेत चंम्पा तूरी को तत्काल पीठाक्यारी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।

चंम्पा तूरी ने बताया कि कोई पावडर जैसी वस्तु उसे सुंघाया गया था। लगभग दो घंटे बाद चिकित्सकों ने चंम्पा तूरी को वापस घर भेज दिया और कहा कि घटना से बच्ची बहुत ही डर गई है, हालांकि चिंता की कोई बात नहीं है।

ग्रामीणों के दबाव में बच्चा चोर को तलाशने निकली पुलिस

ग्रामीणों ने उग्र होकर सालानपुर थाना को घेर लिया और पुलिस पर मामले को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया। चंम्पा तूरी की बड़ी बहन चंदना तूरी ने कहा कि अगर मेरी बहन को कुछ हो जाता तो पुलिस क्या कर लेती , पुलिस ने हर बार बच्चा चोर को कचरा चुनने वाला बताया है। अब बताए कि रात में क्या कोई कचरा चुनने आता है क्या ?

ग्रामीणों का दबाव बढ़ता देख सालानपुर थाना प्रभारी पवित्र कुमार गांगुली के नेतृत्व में रूपनारायणपुर फांड़ी प्रभारी सिकंदर आलम, कल्याणेश्वरी फांड़ी प्रभारी अमरनाथ दास समेत पुलिस बल द्वारा देर रात तक पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया गया किन्तु कोई हाथ नहीं लगा। हालांकि घटना से एक बार फिर लोगों में बच्चा चोर की दहशत कायम हो चुकी है।

बताते चलें कि विगत दिनों बंजेमारी स्थित घटी मॉब लिंचिंग की घटना स्थल की दूरी इस गाँव से लगभग आधा किलोमीटर दूर है। मॉब लिंचिंग घटना के आरोप में मांझीपाड़ा का भी एक युवक आरोपी है जिन्हें ग्रामीण बेकसूर बता रहे है।

फलस्वरूप घटना के बात लोगों में जागरूकता फैलाने की दृष्टिकोण से आसनसोल दुर्गापुर पुलिस द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा था। किंतु मंगलवार देर रात को घटे इस घटना ने पुलिस की कोशिशों पर पूर्ण रूप से पानी फेर दिया है और पुलिस को पुनः कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा है।

बच्चा चोर को पीटकर मार देने का अधिकार किसी को नहीं

लोगों को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि यदि कोई वास्तव में बच्चा चोर है भी तो उसे पीटकर मार देने का अधिकार किसी को नहीं है । यदि कोई आरोपी वास्तव में बच्चा चोर है और उसे जिंदा पकड़ लेंगे तो उसके मास्टर माइंड (मूल आरोपी) तक पहुंचा जा सकता है जो कि पुलिस और समाज दोनों के लिए जरूरी है लेकिन उन्मादग्रसित लोग बच्चा चोर को पीटकर मार डालने को ही अपना अधिकार समझ बैठे हैं और यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि चूंकि बच्चा चोर की घटना सच है इसलिए उसे पीटकर मार देने वाला निर्दोष है।

Last updated: सितम्बर 18th, 2019 by Guljar Khan