आसनसोल मुर्गासोल के दिलदार नगर एस पी मुखर्जी रोड की गलियों से बड़ी ही धूम धाम से 19 फ़रवरी 2019 को अजय सिंह की पुत्री सुषमा (23) की डोली उठी थी, आसनसोल बीबी कॉलेज से ग्रैजुएट की पढ़ाई पूरी कर सुषमा धनसार धनबाद निवासी राजनन्दन प्रसाद के 27 वर्षीय पुत्र अभिजित कुमार के साथ परिणय सूत्र में बंधे अभी एक वर्ष ही पूरा हुआ था और 9 मार्च होली के दिन, सुषमा की दुनिया बेरंग हो गयी । सभी को अलविदा कह वह इस दुनिया से चली गई। अब सुषमा के पिता अपनी बेटी की अर्थी उठाकर दर दर इंसाफ की गुहार लगा रहे है।
मामले को लेकर सुषमा के पिता अजय सिंह ने धनबाद धनसार थाना कांड संख्या 43\2020 भादवी की धारा 304बी\35,3\4 दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है । जिसमें उन्होंने अपनी पुत्री को दहेज के लिए प्रताड़ित कर हत्या का आरोप उनके ससुराल वालों पर लगाया है । जिसमें पति अभिजित कुमार, भैंसुर विजय कुमार, भैंसुर अजय कुमार, भैंसुर सरविंद कुमार, ससुर राजनन्दन प्रसाद, सास उर्मिला देवी, गोतनी सोनी देवी, पर आरोप लगाते हुए कहा ऊपरोक्त सभी लोगों के द्वारा मेरी पुत्री को निरंतर दहेज और चार चक्का वाहन के लिए मारपीट करते थे, और कहते थे तुम्हारे पिता आसनसोल में बहुत बड़ा व्यपारी है। इसीलिए चार चक्का वाहन लेकर आओ ।
अजय सिंह बताते है कि एक वर्ष पूर्व लगभग 15 लाख रुपये सोना, चांदी, घर का सामान देकर बेटी को विदा किया था । दामाद रेलवे कर्मचारी है, इसीलिए हमलोगों ने हरसंभव उपहार दिया, किन्तु दहेज के लोभी परिवार वालों ने निरंतर मेरी बेटी पर अत्याचार करते रहे, सब कुछ ठीक हो जायेगा सोचकर सुषमा घरेलु हिंसा सहती रही, उन्होंने कहा कि होली के दिन हमसभी लोग खुश थे।
सुषमा ने घर वालों से बात भी किया था, किन्तु 9 मार्च 1:30 बजे फोन आया कि आपकी बेटी सीरियस है, जल्दी आ जाईये, वहाँ पहुँचने पर देखा सुषमा का शव बरामदे में पड़ा हुआ था । उनके ससुराल वालों ने बताया कि सुषमा ने फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली है। सुषमा आत्महत्या नहीं कर सकती है, उन्हें उनके ससुराल वालों ने मारा है ।
इधर घटना को लेकर परिजनों का कहना है कि आज घटना की 3 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा किसी की गिरफ़्तारी नहीं की गयी है ।