लोयाबाद कौमी एकता के प्रतीक हजरत सैयद अब्दुल अजीज शाह बाबा का पाँच दिवसीय उर्स मुबारक सोमवार की शाम कुलशरीफ के साथ संपन्न हो गया। बाबा से देश के अमन सलामती खुशहाली और कोरोना बीमारी से निजात के लिए दुआएं मांगी गई। जामा मस्जिद के इमाम अलहाज जनाब गुलाम रसूल ने कहा कि बाबा की करामात ही है कि जो इनके दरबार पर आते हैं और श्रद्धा के साथ जो भी मांगते हैं वह पूरी हो जाती है। पुटकी के मस्जिद के मौलाना मोहसिन रजा मिस्बाही ने कहा कि वली जिंदा होते हैं उन्हें मुर्दा न कहो। हम कब्रिस्तान आते हैं तो हमलोग सलाम करते हैं अर्थात हमलोगों का अकीदा है कि मुर्दे सलाम का जवाब देते हैं। उसी तरह वली के दरबार से जो भी मांगते वह जरूर मिलता है। मौलाना मुख्तार ने कहा कि वली का एक नजर हो जाए तो जिन्दगी संवर जाएगी। हाफिज कलीम साहब ने यह कहती थी घर घर जाकर हलीमा मेरे घर में खैरुल वरा आ गए हैं। मेरी हसरत का हो जाए त्यौहार ए गौसआजम इस पार से अब बोलवा लो उस पार गौस आजम नात सुनाकर खूब दाद लूटी ।
संचालन मौलाना इरफानुल कादरी ने किया। हाफिज शरफुद्दीन मौलाना वाहिद आदि उल्लेमाओं बाबा की शान तकरीरें की। कमिटी के सदर मो० इम्तियाज अहमद महामंत्री मो० असलम मंसूरी ने शांतिपूर्ण ढंग से उर्स मुबारक के समापन पर स्थानीय प्रशासन सहित सभी संप्रदाय के लोगों को बधाई दी।
उर्स मेला को संपन्न कराने में
उर्स मेला को संपन्न कराने में कमिटी के अध्यक्ष इम्तियाज अहमद, महामंत्री मो० असलम , लोयाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजकुमार महतो, गुलाम जिलानी, अब्दुल रउफ, शाहरुख खान, नईमउद्दीन अयूबी, मो० जमालउद्दीन, मो० जहाँगीर, मो० मोईनउद्दीन, साहिन शम्स, मो० आजाद, पप्पु आलम, टुन्ना आदि ने सक्रिय योगदान दिया।