पंचेत : मैथन डैम में नौका विहार के दौरान पहली बार दुर्भग्यपूर्ण घटना घट गई।जिसके कारण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। अपने परिवार के साथ खुशियाँ मनाने आयी सरोजनी देवी का क्या पता था कि यह उसकी अंतिम यात्रा साबित होगी । सरोजनी देवी (60 वर्ष ) अपने पुत्र धर्मेंद्र कुमार सहित पूरे परिवार के साथ घूमने आई थी ।
नौकाविहार के दौरान सीने में उठा दर्द और कुछ ही क्षण में मौत
करीब 12 बजे नौका बिहार के दौरान सरोजनी देवी को सीने में दर्द हुआ और छटपटाने लगी। परिवार के लोग कुछ समझते और नाविक नाव को किनारे लाते तब तक महिला की प्राण पखेरू उड़ गये थे। हालांकि महिला के पुत्र धर्मेंद्र कुमार आनन-फानन में डीवीसी बीपी नियोगी अस्पताल ले गए परंतु डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना के मुताबिक सरोजिनी देवी अपने पुत्र रेलकर्मी धर्मेंद्र कुमार एवं बहु के साथ आसनसोल से मैथन डैम घूमने आई थी । सभी लोग सोमवार को दोपहर 12:00 बजे नौका विहार के लिए नाव पर सवार हुए थे तभी अचानक सरोजनी देवी की तबीयत बिगड़ी और वे वहीं पर दम तोड़ दी।
मामले पर महिला के पुत्र धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि मैं आसनसोल रेल मण्डल में रेलवे ड्राइवर हूँ सोमवार को मैथन डैम घूमने आया था और इस दौरान यह घटना घटी।