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एक महीने से अंधकार में डूबा है लोयाबाद सात नंबर मजदूर कॉलोनी, अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि कर रहे अनदेखी

लोयाबाद साथ नंबर मजदूर कॉलोनी का पूरा इलाका करीब एक महीने से अंधकार में डूबा हुआ है। मजदूरों की समसयाएं कोई देखने वाला नहीं है। साहब के बंगले में दो दो तरफ की बिजली है, और मजदूर को एक भी नही। बताया जा रहा है कि यहाँ एक एमबी का ट्रांसफार्मर जल गया है। ट्रांसफार्मर जलने से करीब पाँच हजार लोगों के समक्ष बिजली संकट बना हुआ है। इसमें मजदूरों के अलावे पुराने ग्रामीण भी है। चुनाव के वक्त नेता पानी बिजली की समस्याएं दूर करने का वादा करते है,लेकिन इस वक्त कोई भी नेता सुनने वाला नहीं है। बड़ी बड़ी वादे करके विधायक और सांसद बनने वाले जनप्रतिनिधि भी मौन है।

अंधेरे में पढ़ने को मजबूर बच्चों


अंधकार की वजह से बच्चों की पढ़ाई से लेकर गर्मी की बेचैनी सभी को सता रही है। सामने बच्चों की परीक्षा भी है। होली व शब्बे बारात तो अंधेरे में गुजर गया और रामनवमी एवं रमजान के पर्व भी सामने है। लेकिन बाबुओं को ग्रामीणों व मजदूरों की सम्सय्या कोई सरोकार नजर नहीं आती है। ज्ञात हो कि करीब एक माह पूर्व लोयाबाद 7 नंबर में 550 वोल्ट का एक एमबी का ट्रांसफार्मर में खराबी आगयी। कई दिनों बाद लोयाबाद कोलियरी के टेक्नीशियन ने बताया कि ट्रांसफार्मर का एक लीड कट गया है। फिर पाँच दिन बाद यहाँ ट्रांसफार्मर मरम्मत के लिए ले जाया गया। लेकिन ट्रांसफार्मर में मरम्मत का काम अबतक शुरू नहीं हो सका।सात नंबर लोगों ने अधिकारियों एवं बाबुओं को कोसते हुए कहा कि जानबूझकर कर मजदूरों एवं ग्रामीणों की समसयाएं को बरकरार रखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि कोलियरी एवं एरिया के एक संबंधित अधिकारी नहीं चाहते है कि मजदूरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बहाल हो। इस अधिकारी का मानना है कि ग्रामीणों की बिजली बीसीसीएल नहीं दे सकता। लेकिन कुछ जानकारों का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना उद्योग चलाने वाले कि जिम्मेदारी बनती है।

जलेश्वर ने शुरू की पहल

जनप्रतिनिधियों के मौन और चुप्पी के बाद पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो ने बिजली संकट दूर करने में पहल शुरू करेंगे, कहा कि मामले संज्ञान में नहीं था, अधिकारियों से बात कर जल्द ही समस्सया का निदान किया जाएगा।

यूनियन प्रतिनिधियों ने जताया विरोध

रणविजय सिंह ने कहा बीसीसीएल के अधिकारियों की चमड़ी मोटी है। जब तक कुछ हंगामा न करा लें, उनकी पेट नहीं भर्ती है। जीएम से बात की जाएगी।

मानस चटर्जी ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को पानी बिजली देना होगा। जो अधिकारी इसत्तरह का हरकत करते हैं। उस पर मुकदमा किया जाएगा।

आरसीएमएस नेता रवि चौबे ने कहा कि अधिकारी जानबूझकर ऐसा करते है। अधिकारी भूल जाते हैं। कि वह भी एक मनुष्य में जन्म लिया है। आंदोलन चलाया जाएगा। एटक नेता मनोज चौहान ने कहा कि अधिकारी जानबूझकर टालमटोल कर रहे हैं।लगातार ट्रांसफार्मर मरम्मत के लिए आग्रह किया जा रहा है लेकिन अधिकारी कागजात प्रकिया का हवाला देकर देरी कर रहा है।

Last updated: अप्रैल 1st, 2021 by Pappu Ahmad