सालानपुर /चित्तरंजन -17जुलाई की रात अज्ञात यात्रियों को स्कार्पियो में भाड़े पर लेकर आसनसोल गए 35वर्षीय प्रभात कुमार का आठ दिनों बाद भी पुलिस पता नहीं लगा पाई है। ना प्रभात मिल रहा है ना स्कार्पियो।
इस बीच पुलिस को पता चला है कि रूपनारायणपुर निवासी संदीप मिर्धा, लवली सिंह, रोहित बाल्मिकी के साथ बारासात निवासी महिला तृणा कर्मकार ने मिलकर घटना को अंजाम दिया है, पुलिस ने तृणा व अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया है लेकिन अब तक प्रभात की जानकारी नहीं मिली है। तृणा को कोलकाता से पकड़ा गया है।
तृणा पहले चित्तरंजन में ही रहती थी। बाद में अपराध जगत में आ गई। कांड में रोहित के मोबाइल का इस्तेमाल किया गया है। लवली और संदीप को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।
इसी से क्षुब्ध परिजनों ने चित्तरंजन थाने पर प्रदर्शन किया। परिजनों ने कहा कि अगले दो दिनों तक प्रभात का पता नहीं चलता है तो सड़क जाम किया जायगा। परिजनो का आरोप है कि बंगाल पुलिस सहयोग नहीं कर रही है। जबकि मामला मिहिजाम झारखंड थाने में दर्ज है।