धनबाद: अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद धनबाद जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोराई की कुर्सी अब खतरे में है। अध्यक्ष के खिलाफ परिषद् के सचिव सह सीईओ शशि रंजन को आधे से अधिक सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र सौंपा गया है। अविश्वास प्रस्ताव के प्रमुख कारणों में नियमित बैठक नहीं करना, सदस्यों के साथ बेरुखी से पेश आना और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास कार्यों में उनकी अकर्मण्यता शामिल है।
अविश्वास प्रस्ताव पर 20 जिप, 9 प्रमुख की सहमति
परिषद में निर्वाचित सदस्यों की संख्या 29 है, जबकि 10 प्रखंड प्रमुख, 2 सांसद और 6 विधायक इसके पदेन सदस्य होते हैं। पंचायत अधिनियम के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवश्यक संख्या बल से कहीं ज्यादा प्रस्तावक के साथ समर्थकों की संख्या है। कुल 20 जिला परिषद सदस्य और 9 प्रमुखों ने पत्र में हस्ताक्षर किए हैं।
अविश्वास पत्र सौंपे जाने के बाद सचिव आईएएस शशि रंजन ने कहा कि अब वे प्रपत्र ख में इसकी औपचारिकताएं पूरी कर वे उपायुक्त को सौंप देंगे। उन्हीं के आदेश से बैठक बुलाई जाएगी और आगे कार्यवाही की जाएगी। उपायुक्त को प्रपत्र सौंपे जाने के साथ ही अध्यक्ष के समस्त परिषद संबंधी अधिकार स्वतः जब्त हो जाएँगे।
पत्र को सौंपने वालों में उपाध्यक्ष हसीना खातून, दुर्गा दास, अशोक सिंह, शाहिस्ता परवीन, कमली देवी, रेणुका मोदी, सीमा बाउरी, रेखा देवी, अंजना देवी सहित दर्जनों लोग शामिल थे।