लोयाबाद थाना क्षेत्र के बासदेवपुर कोलियरी डंप की सुरक्षा राम भरोसे चल रहा है। डंप में हजारों टन कोयले का स्टॉक मौजूद है । एक अनुमान के मुताबिक कोयले की कीमत करोड़ों में है और एक भी सुरक्षा कर्मी या सीआईएसएफ की ड्यूटी नहीं है। भारी स्टॉक के बावजूद सुरक्षा में प्रबन्धन की लापरवाही संदेहास्पद है। बीसीसीएल चाहता है कि स्टॉक कोयले को लूटने वाले एवं पिटाई व पत्थरबाजों पर स्थानीय पुलिस कार्यवाही करे।
सिजुआ जीएम द्विवेदी का दावा है कि वहाँ दो बीसीसीएल गार्ड अब भी तैनात है। जबकि दो लोडिंग के काम देखने वाले दो कर्मी तैनात है। उनके पास सिर्फ खाता बही के साथ लोडिंग काउंटिंग करना है। ये बाबू कांटा स्लिप देखर हाइवा में कोयला लोड की अनुमति के साथ रजिस्टर मेंटेन करते हैं। बताया जाता है कि बासदेवपुर कोलियरी में आउटसोर्सिंग खनन के ज़रिए कोयले का उत्पादन 24 घंटे शुरू हो चुका है।कोलियरी प्रबन्धन कार्यालय के समक्ष पुराने जगह पर ही कोयला स्टॉक के लिए डंप बनाया है। एक चेक पोस्ट भी बनाई गई है।लेकिन चेक पोस्ट में सीआईएसएफ की तैनाती नहीं की गई है।
गार्ड की पिटाई के बाद भी सीआईएसएफ की तैनाती नहीं
31 मार्च के पहले यहाँ बीसीसीएल के दो गार्ड की ड्यूटी होती थी। अपराधियों द्वारा गार्ड की पिटाई व पत्थरबाजी के बाद से गार्ड नजर नहीं आते हैं। गार्ड के पिटाई मामले में पुलिस से शिकायत भी हुई पर एक भी आरोपी जेल नहीं गए। जबकि घटना से पहले दिन के उजाले में खुलेआम गार्ड को अंजाम की धमकी दे गया था। 60 से 70 की संख्या में डंप में हमला किया गया था। कोयला लूटेरों की दुःसाहस देखिये की हमला के दौरान जमकर गार्ड पर पत्थरबाजी की घटना को अंजाम दिया गया। स्थानीय प्रबन्धन एके सिंह का कहना है कि सीआईएसएफ तैनाती के लिए मुख्यालय से मांग की गई है। प्रबन्धन ने विवशता जाहिर की है।
गार्ड की ड्यूटी आज भी हो रही है लेकिन सुरक्षा प्रदान करना स्थानीय पुलिस के जिम्मे है। हमारा गार्ड हथियार नहीं चला सकता। पुलिस सख्ती करे तो कोयला लूटने वाले जेल में रहेंगे।आशुतोष द्विवेदी जीएम सिजुआ एरिया