गोपालगंज । एक तरफ बिहार में बहार है और देश में विकास की लहर है के नारे हैं तो दूसरी ओर गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र के कुचायकोट प्रखण्ड के खजूरी ग्राम का तिवारी टोला । जब बिहार की राजधानी पटना को सिटी ऑफ फ्लाईओवर बनाने का दावा है तो दूसरी ओर यह तिवारी टोला एक अदद पुल के लिए चुनाव दर चुनाव सांसदों और विधायकों के रहमो-करम की बाट जोह रहा है। इंतजार करते-करते अब इनके सब्र का बांध भी टूट गया और आखिर में गाँव ने ” पुल नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए” लोकसभा चुनाव में वोट वहिष्कार करने का निर्णय लिया है ।
वर्ष 2014 में यह सीट भाजपा ने जीती थी। उससे पहले वर्ष 2009 में जदयू ने और उससे पहले वर्ष 2004 में राजद ने । वर्तमान में इस सीट पर एनडीए की ओर से जदयु के आलोक कुमार सुमन और महागठबंधन की ओर से राजद के सुरेन्द्र राम उर्फ महंत अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस सीट पर छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है। यह सीट एससी कोटे के तहत आवंटित है।
चुनावी सरगर्मी के बीच अपने गाँव के पुल के लिए कोई संतोषजनक आश्वासन न मिलता देख ग्रामीणों को वोट बहिष्कार का निर्णय लेना पड़ा। लोकतान्त्रिक व्यवस्था में वोट बहिष्कार किसी समस्या का समाधान तो नहीं लेकिन एक पुल के लिए वर्षों से तरस रहे ग्रामीणों के पास आखिर विकल्प क्या है ?
दाहा नदी के पीपा पुल पर झंडा बैनर के साथ गोपालगंज बिहार के तिवारी टोला गाँव के सैकड़ों लोगों ने अपनी एकता का परिचय देते हुए कहा कि दाहा नदी पर ग्रामीणों ने अपने निजी आर्थिक सहयोग से पीपा पुल का निर्माण कराया लेकिन किसी भी राजनीति दल के लोग ग्रामीणों के इस समस्या पर ध्यान नहीं दिये और चुनाव के समय वोट मांगने के लिये चले आ रहे है ।
लालबेगी मतैया रामगढ़वा वृतबेलवा समेत आसपास के कुछ गाँवों को जोड़ने वाली इस पुल का निर्माण नहीं करने के कारण सत्ता और विपक्ष के किसी भी नेता को वोट नहीं देने का निर्णय ग्रामीणों ने ले लिया है ।
ग्रामीणों का साफ कहना है कि जो इस दाहा नदी पर पुल का निर्माण का वायदा करेगा सभी ग्रामीण उसी को वोट देंगे क्योंकि सभी राजनीति दलों के नेताओं ने सिर्फ जनता को ठगने का कार्य किया है . वर्षों से की जा रही मांग की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया . इसलिये जो पुख्ता वायदा के साथ समय सीमा के अंदर पुल निर्माण करने का बात कहेगा वोट उसी को जायेगा । इस अवसर पर ग्रामीण चन्द्र भूषण मिश्रा रूपेन प्रसाद लक्ष्मण साव रधुनन्दन राम कप्तान मियाँ केवलधारी शिव जी समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे ।
संवाद सूत्र : अनिल मिश्रा