डीवीसी, आरटीपीएस अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत निःशुल्क नेत्र जाँच एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन बुधवार को नेताजी आई हॉस्पिटल रामचंदरपुर के सहयोग से दुर्मुट प्राइमरी स्कूल परिसर में किया गया। जहाँ मुफ्त में ओपीडी सेवाओं के साथ मुफ्त दवाइयाँ और मुफ्त में दृष्टि अपवर्तन चश्मा चयनित रोगियों के लिए प्रदान करने की व्यवस्था किया गया।
शिविर में चयनित 40 मरीजों को आज ही नि: शुल्क मोतियाबिंद आपरेशन के लिए नेताजी आई हॉस्पिटल रामचंदरपुर ले जाया गया । शिविर का उद्घाटन रघुनाथपुर के विधायक पूर्ण चंद्र बाउरी ने आरटीपीएस के परियोजना प्रधान अनंता चक्रवर्ती की उपस्थिति में किया। इस अवसर पर रघुनाथपुर जिला प्रशासन के डिप्टी मजिस्ट्रेट पार्थो चक्रवर्ती,
आरटीपीएस के डिप्टी चीफ इंजीनियर देवाशीष देब, उपमहाप्रबंधक (( मासा) रूद्र प्रताप सिंह, उप प्रबंधक (सीएसआर) मोहम्मद शमीम अहमद, मेडिकल अफसर इंचार्ज डॉक्टर एस. विश्वास, डॉक्टर कर्मकार, कुमार रवि सिंह, तापस रॉय, सुदीप्त सिकदर आदि मौजूद थे।
परियोजना प्रधान अनंत चक्रवर्ती ने निगम द्वारा चलए जा रहे बहुआयामी गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कहा कि डीवीसी आरटीपीएस विगत 6 वर्षों से परियोजना के आस-पास के 119 गाँवों में चलाये जा रहे नैगमिक सामाजिक दायित्व कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के बड़ी आबादी को विकास व उन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में संरचनात्मक ठोस पहल कर रहा है।
चक्रवर्ती ने कहा कि डीवीसी विद्युत उत्पादन, प्रेषण व वितरण के साथ-साथ शिक्षा-स्वास्थ्य, व्यक्तित्व विकास-क्षमता संवर्द्धन, जीविकोपार्जन, वैज्ञानिक कृषि प्रोन्नयन, मत्स्य पालन, स्वदेशी कला, पेय जलापूर्ति, महिला सशक्तिकरण, विद्यालयों का विकास व विस्तार के साथ ग्रामों में बुनियादी ढांचे के विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभा रही है। जिससे कि लोगों का सामाजिक -आर्थिक विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि नेत्र शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग है, इसकी समय रहते उचित देखभाल आवश्यक है। विधायक पूर्ण चंद्र बाउरी ने कहा कि डीवीसी के आरटीपीएस इकाई का सामाजिक एकीकरण कार्यक्रम क्षेत्र के हर तबके के लिए उल्लेखनीय योगदान दे रहा है, जो सराहनीय है ।
डीवीसी के इस कदम में सबको बढ़-चढ़कर सहयोग देना चाहिए और डीवीसी के बचे हुए कार्य को पूर्ण करने में सहयोग देना चाहिए ताकि डीवीसी और भी सामाजिक सरोकार का कार्य भी बड़े पैमाने पर कर पाए। शिविर में कुल 150 मरीजों को मुफ्त ओपीडी सेवाएं प्रदान की गयी, तथा 40 मरीजों को मुफ्त में आँखों से संबंधित ड्रॉप एवं दवा दी गयी।
इसके साथ ही उन्हें अनुभवी चिकित्सकों द्वारा उनके बीमारी का निदान करने के अलावा उचित सलाह दिया गया । शिविर में 30 मरीजों को मुफ्त में निकट एवं दूर दृष्टि अपवर्तन चश्मा प्रदान के लिए चयन किया गया। शिविर में कुल 45 लोग मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए चयनित हुए जिन्हे एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम आगामी 14 फ़रवरी को मुफ्त में फेंको मशीन द्वारा ऑपरेशन करेगी।