हंगामे के कारण कार्य रहा ठप
अंडाल -निजी सुरक्षा गार्डों को पुनः कार्य पर नहीं रखे जाने के विरोध में जेके रोपवेज परिसर दूसरे दिन भी हंगामेदार रहा. इस दौरान कम्पनी का सारा कामकाज ठप रहा. ईसीएल के सारे कर्मचारी व अधिकारी को महाप्रबंधक कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया था. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी को उग्र होता देख अंडाल थाना ने विशेष सुरक्षा बल भेज दी, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. अंडाल थाना के अथक प्रयास से जीएम तथा अन्य अधिकारी को कार्यालय के अंदर ले जाया गया और प्रदर्शन रहे सुरक्षा गार्ड और तृणमूल के कुछ लोगों को बुलाकार एक उचित निर्णय निकालने के लिए बैठक की गई.
यहाँ प्रदर्शन करने से कुछ हासिल नहीं
बीरबहादुर सिंह ने कहा कि जीएम असीम खान के तरफ से वैसा कोई भी आश्वासन नहीं दिया गया है जिससे पता चले कि जल्द ही इनलोगों को दोबारा कार्य पर ले लिया जायेगा. परन्तु हम रुकने वाले नहीं है. हमलोग वृहत रूप से आन्दोलन करेंगे और तब तक करते रहेंगे जब तक कोई उचित निर्णय नहीं निकलता है. इस मौके पर जेके रोपवेज के जीएम असीम खान ने कहा जब तक हमारे पास गार्ड लेने के लिए उच्चस्तरीय कोई आदेश नहीं आ जाता तब तक हम कुछ भी नहीं कर सकते हैं, इसके लिए यहाँ प्रदर्शन करने से कुछ हासिल नहीं होगा, हमारे हाथ में कुछ भी नहीं है. बीरबहादुर सिंह ने कहा कि जब अन्य जगहों पर सिक्यूरिटी गार्ड को पुनः लिया जा रहा है तो यहाँ क्यों नहीं. इस बात पर जीएम ने कहा हम देखते हैं और ऊपरी अधिकारी से बात करते हैं कि किस प्रकार से अन्य जगहों पर लिया गया तब ही कुछ बात बता पाएंगे. मौके पर तृणमूल नेता प्रदीप पोद्दार, चन्दन सिंह, गौतम मजुमदार, बंसीधर राय, राजीव झा आदि मौजूद थे.
हटाये जाने के बाद से आन्दोलन जारी
बताते चलें कि उक्त क्षेत्र में पहले 213 निजी सुरक्षा गार्ड काम करते थे, परन्तु सबको हटा दिया गया है. जिसके बाद आन्दोलन का दौर जारी है. यहाँ तक कि उक्त सिक्यूरिटी गार्ड ने बिना वेतन पर लगभग पाँच महीने तक काम किया कि शायद हमलोगों को फिर से नौकरी पर रख लिया जायेगा, परन्तु ऐसा नहीं हुआ. जिसके बाद उक्त सिक्यूरिटी गार्डों ने काम छोड़ दिया और आन्दोलन करने लगे. जिसके बाद 159 लोगों को काम पर रखने के लिए टेंडर निकाला गया. परन्तु उसमें भी अबतक किसी को नहीं रखा गया है. इसके बाद ही लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.