वृद्ध का शव बरामद, हत्या की आशंका
अंडाल -अंडाल थाना के श्रीरामपुर माना इलाके में शुक्रवार की सुबह हरिदयाल चौधरी (60) का शव बरामद हुआ। उसके शरीर पर कई जख्म का निशान है। जिसे देखकर हत्या की आशंका वहाँ के लोगों ने जताई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस की ओर से मामले की जाँच भी किया जा रहा है। आज सुबह हरिदयाल का शव दामोदर नदी के किनारे कुछ दूरी पर मिला। जिसकी जानकारी मिलने के बाद वहाँ के लोगों की भीड़ उमड़ गई। उसके घर वाले भी वहाँ पहुँचे। जानकारी मिलने पर अंडाल थाना भी घटनास्थल पर गयी। जहाँ से शव को जाँच कर जब्त कर लिया एवं पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया जाता है कि मृतक हरिदयाल ने दो शादी किया था। वह पहली पत्नी दासीया देवी के साथ माना गाँव में रहता था। जबकि दूसरा पत्नी अलग रहती थी। दासीया देवी ने कहा कि वह बुधवार को घर से निकले थे, उसके बाद घर लौट कर नहीं आए। काफी खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चला। जिसके बाद आज शव बरामद होने की जानकारी मिली। शव को देखकर आशंका किया जा रहा है कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस को जाँच कर सच्चाई सामने लाना चाहिए। अंडाल थाना के पुलिस ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, मामले की जाँच भी की जा रही है।
ईआरएमसी ने किया विरोध प्रदर्शन
दुर्गापुर -दुर्गापुर रेलवे स्टेशन प्रांगण में ईआरएमसी की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें रेल कर्मियों ने एनपीएस का विरोध किया एवं पुराना पेंशन स्कीम को लागू करने का मांग किया। जहाँ एनपीएस को हटाने की मांग रखी गई। विरोध प्रदर्शन के माध्यम से मजदूर विरोधी केंद्र सरकार को जगाने का प्रयास भी किया गया। इस सभा में विभिन्न जगहों से भारी संख्या में कर्मी उपस्थित हुए। सभा के माध्यम से यूथ फोरम के पदाधिकारियों व अध्यक्ष रजनीकांत कुमार ने पुर जोर विरोध किया।
उनका कहना था कि सरकार को मजदूर विरोधी नीति बदलकर मजदूर के हक में एनपीएस को लाना होगा। संगठन का इसके खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। श्रमिक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार श्रमिकों का हक छीनने का साजिश कर रही है। जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौके पर ईआराएमसी के केंर्दीय संगठन के नेता दशरथ ठाकुर, सुजीत दत्ता, विकास प्रसाद के अलावा काफी लोग मौजूद थे।
बिना अनुमति के कॉलेज में लगा पंप, निगम ने किया जब्त
दुर्गापुर -दुर्गापुर नगरनिगम के गाँधी मोड़ संलग्न इलाके के लॉ कॉलेज में नगर निगम की बिना मंजूरी के सब मार्सल पानी पंप लगाने के खिलाफ निगम ने कार्यवाही की ओर उस पंप को जब्त कर लिया गया। कॉलेज प्रबंधन ने इस आरोप को गलत बताया है। कलेज में पानी की समस्या को दूर करने के लिए कुछ दिन पहले सब मार्सल पंप लगाया गया था। पंप लगाने के पहले कॉलेज की ओर से एसडब्ल्यूआइडी को पत्र दिया गया था एवं मंजूरी मांगी गई थी। जिसके जबवा में एसडब्ल्यूआइडी ने कहा था कि कालेज में पंप लगाने के लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं है।
जरूरत पड़ने पर संस्थान द्वारा वह मशीन लगाया जा सकता है। एसडब्ल्यूआइडी विभाग के पत्र के आधार पर कॉलेज ने नगरनिगम को पत्र दिया था। जिसके बाद पंप लगाया गया। लेकिन गुरुवार को निगम के अधिकारियों ने कालेज में जाकर पंप को निकालकर जब्त कर लिया। इस संदर्भ में कलेज के अधिकारी प्रबाल माइती ने कहा कि हमलोगों ने नियम के अनुसार पंप लगाया था। फिर भी उसे जब्त किया गया। जल विभाग के एमआईसी पवित्र चटर्जी ने कहा कि नगरनिगम इलाके में पंप लगाने के लिए अनुमति की जरूरत पड़ती है।