हरेंद्र राणा की अध्यक्षता में प्रेस क्लब की बैठक रखी गई जिसमें आज की मुख्य अतिथि रहे: प्रभारी सीआई
चौपारण प्रखंड के जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं प्रेस क्लब कार्यालय में शुक्रवार को अध्यक्ष हरेंद्र कुमार राणा के अध्यक्षता में प्रेसवार्ता किया गया। संचालन प्रेस क्लब सदस्य सह भाजपा महामंत्री अरविन्द सिंह ने किया। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रेस क्लब संरक्षक सह सांसद प्रतिनिधि मुकुंद साव, संरक्षक सह विधायक स्वास्थ्य प्रतिनिधि अभिमन्यु प्रसाद भगत, संरक्षक सह मंडल अध्यक्ष सह जिप प्रत्याशी सुरेश कुमार साव के उपस्थिति में अंचल निरीक्षक अजय कुमार सिंह उपस्थित होकर अंचल से जुड़े जनहित में अहम जानकारी दिए। उन्होंने बताया कि पूर्व में भूमि संबंधी विवाद पर अंचलाधिकारी के निर्देशन में दोनों पक्षों को नोटिस देकर अंचल कार्यालय में कोर्ट लगा कर निष्पादन किया जाता था। विभागीय उदासीनता के कारण यह कार्यक्रम निष्क्रिय हो गया है। साथ ही कहा कि अंचल की सबसे बड़ी समस्या रसीद का है। जिला अपर समाहर्ता कार्यालय में 10 लाख डिमांड लंबित है।
अंचल में इंटरनेट स्पीड सही से काम नहीं करने के कारण प्रखंड एवं अंचल के अधिकतर कार्य लटकता जा रहा है। जिसमें आय, जाति, आवासीय सहित अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र समय पर निर्गत नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि दाखिल खारिज करवाने के लिए केवाला, रसीद, खतियान, वंसावली, आधार कार्ड अतिआवश्यक है। जिसमें किसी प्रकार की राशि नहीं देना पड़ता है। क्योंकि रजिस्ट्री के समय ही सरकार का राजस्व जमा कर लिया जाता है। दाखिल खारिज 30 से 90 दिन के अंदर करने का निर्णय पूर्ण कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार गुलजार पटना बिहार से जमीन संबंधी सभी खतियान एवं नक्सा मंगँवा लेना चाहिए। जिससे पुराना से पुराना जमीन संबंधी कई विवाद का समाधान निकल जाता। हजारीबाग में नक्सा गोदाम वर्षों से बंद और जर्जर हो गया है। जिसे खुलवा कर जाँच करवानी चाहिए। जिससे बहुमूल्य कागजात खराब होने से पूर्व सहेजा जा सके। जिसमें जिला के सभी स्तर के जमीन का कागजात सुरक्षित हो सके। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से घोषित है कि वन भूमि सिर्फ और सिर्फ आदिवासियों को ही पट्टा के रूप में पर्चा दिया जा सकता है। जिसके तहत चौपारण के 100 मुंडा परिवार को पर्चा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय अनदेखी के कारण एक ही मुंडा को कई जगहों पर अलग-अलग पट्टा दिया जा रहा है। जो जाँच की आवश्यकता है।
प्रभारी सीआई ने जानकारी दिया कि एसटी को वन भूमि सहित सभी तरह के भूमि का पट्टा या पर्चा दिया जाता है। लेकिन एसी को वन भूमि को छोड़ कर अन्य भूमि का पर्चा दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पहले सीओ के द्वारा बंटवारा नामा का सरकारी पहल करने का प्रयास शुरू किया था। जो अब तक सफलता की ओर बढ़ता हुआ नहीं दिख रहा है। पहले सरकार द्वारा कर्मचारियों पर राजस्व को लेकर 98 प्रतिशत तक वसूली का लक्ष्य दिया जाता था। पयुर नहीं किये जाने पर कर्मचारी के जीएफ से निकाल कर जमा कर लिया जाता था। लेकिन वर्तमान में ऑनलाइन होने के कारण सरकार का राजस्व वसूली शून्य हो गया है। प्रखंड व अंचल में सीओ, सीआई, सीडीपीओ सहित कई पद प्रभार पर संचालित है। अंचल में 15 कर्मचारी के जगह में मात्र 6 कर्मचारी व 5 सहायक कर्मी में 3 कर्मी पदस्थापित है। जिले के 16 अंचल में मात्र 4 अमीन ही है। मौके पर शंकर यादव, अरविन्द कुमार सिंह, प्रमोद सोनी, अभिमन्यु सिंह, मुकेश राणा, रामसेवक राणा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
पाण्डेयबारा पंचायत के पैक्स चुनाव में सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सिंह अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुने गए है
प्रखण्ड के पाण्डेयबारा पंचायत के पैक्स चुनाव में पवई निवासी सह सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सिंह उर्फ रामप्रताप सिंह अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुने गए है। प्रभारी प्रखण्ड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी भूपनाथ महतो ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक आवेदक ने ही नामांकन दाखिल किया।
नामांकन दाखिल व नामांकन वापसी की तिथि पाण्डेयबारा में 12 नवम्बर को थी। इस तिथि को अन्य किसी आवेदक ने अपना नामांकन नहीं किया। इसको लेकर अध्यक्ष पद हेतु अशोक सिंह को निर्विरोध पैक्स अध्यक्ष घोषित किया गया। इधर निर्विरोध उम्मीदवार बने अशोक सिंह को लोगों ने बधाई दिया। जानकारी देते हुए अशोक ने बताया कि जनता की सेवा सच्चे मन और लगन से करता आया हूँ और आगे भी करूँगा। साथ ही कहा कि पैक्स का अधिकार और अधिक से अधिक किसानों को पैक्स से जोड़ना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि पैक्स के माध्यम से किसानों के समस्याओं के समाधान का प्रयास करेंगे। वहीं छत्रधारी यादव,मनोज साव ,मोहम्मद अतहर हुसैन, पुष्पा देवी, सत्या देवी, मीरा दास, देवजानी देवी, सरिता देवी, लता देवी, अभिषेक कुमार पांडे, मनोहर राम प्रबन्ध समिति के सदस्य निर्विरोध चुने गए।
गाय राष्ट्र की संस्कृति की धरोहर है : मुकुंद साव
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष के अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी का पर्व पूरी दुनिया में मनाया जाता है। जैसा कि नाम से विदित है, ये गाय की पूजा और प्रार्थना करने के लिए समर्पित एक पर्व है। इस दिन गौमाता की पूजा की जाती है, मान्यता है कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से सप्तमी तक भगवान कृष्ण ने अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत धारण किया था, आठवा दिन अपना यहाँ त्यागकर श्रीकृष्ण के पास क्षमा मांगने आए, तभी से गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है, उक्त बातें अखिल भारतीय गोरक्षा महासंघ के झारखंड प्रदेश महामंत्री मुकुंद साव ने गो पूजन दिवस के अवसर पर आज पत्रकारों को बताया।
मौके पर साव ने कहा कि गाय को हमारी संस्कृति में पवित्र माना जाता है, गाय राष्ट्र की धरोहर है, जब देवता और असुरो ने समुद्र मंथन किया तो उसमें कामधेनु निकली थी और कामधेनु से अन्य गायों की उत्पति हुई थी भगवान कृष्ण भी गायों की सेवा करते थे, रोज सुबह गाय की पूजा करते थे, महाभारत में बताया गया है कि गाय के गोबर और मूत्र में देवी लक्ष्मी का निवास है, इसलिए इन दोनों चीजों का उपयोग शुभ कार्य में किया जाता है, आज के दिन में गौ मूत्र से तरह तरह की औषधियाँ बन रही है, गाय हमें अपनी माँ की तरह अपनी दूध से पालती है इसलिए गौ हमारी माता है, इसकी रक्षा करनी चाहिए, मुकुंद साव ने सभी लोगों से अपील किया हैं कि गाय की सेवा करे, गाय को कटने से रोका जाए, क्योंकि गाय राष्ट्र की धरोहर है,राष्ट्र की माता है, राष्ट्र की संस्कृति की परिचायक है, गो पूजन दिवस के अवसर पर गौ माता को नमन करते हुए गो पालकों को भी नमन करता हूँ कि आप गाय का पालन कर राष्ट्र की संस्कृति की रक्षा कर रहे है, अन्य लोगों से अपील करता हूँ कि गाय की सेवा और सुरक्षा किया जाए।