धनबाद। कतरास थाना क्षेत्र में घटित चर्चित पुलिस मुखबिर नीरज तिवारी हत्याकांड में पुलिस अनुसंधान पर अगर भरोसा करे, तो रांची होटवार जेल में बंद अमन सिंह के गिरोह के शूटर आशीष रंजन उर्फ छोटू व गोधर के अमर रवानी ने ताबड़तोड़ नीरज को गोली मार कर हत्या की, कांड की योजना रौनक गुप्ता ने बनाई थी। बाद में रौनक ने स्वयं दिखावे के लिए खुद को गोली मारी थी। इस घटना में दानिश नामक एक क्रिमिनल का भी सहारा लिया गया। भगत मुहल्ला के ही गणेश गुप्ता ने रैकी की। जमुई(बिहार) से गिरफ्तार दिलीप यादव ने शूटरों को लाया था। मगर उसे यह जानकारी दी गयी थी की बड़ी लूट की घटना को अंजाम देना है।
रौनक की चलायी रिवाल्वर व शूटरों की बाइक बरामद कर ली गयी है। हालांकि नीरज को 9 एमएम की रिवाल्वर लेकर आशीष यूपी फरार हो गया है। घटना के कारणों में यह पता चला है कि नीरज पुलिस के करीब आ गया था। जबकि रौनक अमन गिरोह के लिए काम करता था। कतरास में संजय लोयलका के यहाँ बम फ़ेंकवाने में रौनक की भूमिका थी, इस मामले में राजेश बधवान गिरफ्तार हुआ है। रौनक का मानना है कि नीरज ने ही राजेश की गिरफ्तारी कराई है। अगर ऐसा रहा, तो रौनक भी बुक हो जाएगा या नीरज उसकी हत्या करा देगा। ऐसा सन्देह भी रौनक को है। इसलिये घटना को अंजाम दिया गया।