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उड़ीसा में चक्रवाती तूफान फोनी को परास्त करने के बाद सलानपुर में एनडीआरएफ़ का मॉक ड्रिल

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सालानपुर। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स(एनडीआरएफ) द्वितीय बटालियन टीम पश्चिम बंगाल तथा उड़ीसा में चक्रवाती तूफान फोनी को परास्त करने के बाद बुधवार को ईसीएल सालानपुर एरिया पहुँचे जहाँ टीम ने ईसीएल ईंटापड़ा ओसीपी कोल माइंस में मॉक ड्रिल किया साथ ही कोल इंडिया की क्विक रिस्पांस टीम, सुरक्षा टीम, सीआईएसएफ जवान समेत कोल श्रमिकों को आपदा से निपटने का प्रशिक्षण दिया।

एसीएल सालानपुर एरिया महाप्रबंधक प्रशांत कुमार की अगुवाई में आयोजित मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ की 30 दलीय टीम प्रातः 9 बजे से ही ओसीपी में मॉक ड्रिल आरंभ किया। एनडीआरएफ द्वितीय बटालियन डिप्युटी कमांडेंट योगेश सिंह सेंगर, निरीक्षक अंकित शर्मा एवं निरीक्षक संदीप झा तथा उनकी टीम द्वारा ओसीपी स्लाइडिंग में दबे छह लोगों को रेस्क्यू किया गया।

टीम में तैनात नर्सिंग एसिस्टेंट द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद घायल को तत्काल अस्पताल भेजने की प्रक्रिया दर्शाया गया।अति आधुनिक यंत्र से लैस टीम ने घायल को कंधे पर लादकर लगभग 40 फिट की ऊँचाई रस्से के सहारे तय किया।डिप्युटी कमांडेंट योगेश सिंह सेंगर ने बताया कि लैंड स्लाइडिंग(भू-स्खलन) में दबे लोगों का पता लगाने के लिए हार्ट डिटेक्टर मशीन का उपयोग किया जाता है।

40 से 50 फिट जमीन के नीचे दबे व्यक्ति की यदि हार्ट चल रही है तो इस मशीन की सहयोग से उन्हें बचाया जा सकता है।उन्होंने बताया एनडीआरएफ कोलकाता यूनिट में कुल 1149 लोग की 16 टीम है। जो माझेरहाट ब्रिज हादसा, फोनी, नेपाल डिजास्टर समेत अन्य कई रेस्क्यू ऑपरेशन में सराहनीय भूमिका निभा चुकी है। एरिया महाप्रबंधक प्रशांत कुमार ने बताया कि ईसीएल की जिस खनन कार्य से हमलोग जुड़े है वो खतरों से भरा है ऐसे में आपदा से निपटने के लिए हमारी तैयारी कैसी है, इसे आज मॉक ड्रिल कर परिभाषित किया गया। साथ ही हमारी तैयारियों में क्या क्या खामियाँ हैं इससे यह भी पता चल जाता है।

उन्होंने एनडीआरएफ टीम की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में आपदा से निपटने के लिए यहाँ टीम पूर्ण रूप से प्रशिक्षित है।जिनके मार्ग दर्शन से आज कोल इंडिया टीम को भी कुछ नया सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है। मौके पर एपीएम एमके सिंह, मैनेजर पर्सनल श्यामल चक्रवर्ती, मैनेजर ए एल अंसारी, ईसीएल (एचक्यु) उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश कुमार, एरिया सुरक्षा अधिकारी पवन कुमार, सीआईएसएफ इंचार्ज सुनील दत्ता, सेफ्टी (एचक्यू) डी घोष, सी के बेरा, एसएसआई गणेश दिवाटे, विनीत कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।

Last updated: मई 8th, 2019 by Guljar Khan