पलामू संसदीय सीट पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी. इसके ठीक पहले बिहार की सीमा से सटे हरिहरगंज थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने दो हिंसक घटनाओं को अंजाम देकर अपनी नापाक हरकत से अवगत करा दिया है.
गुरुवार की रात नक्सलियों ने हरिहरगंज थाना से महज 150 मीटर दूर ना सिर्फ भाजपा के चुनाव कार्यालय को उड़ाया, बल्कि इसी थाना क्षेत्र में तूरी गाँव में बटाने नदी पर पुल निर्माण में लगी दो मशीनों को आग के हवाले कर दिया. मजदूरों के रहने वाले झोपड़ियों में आग लगा दी.
मजदूरों और कर्मियों के मोबाइल फोन भी लूट लिए. उन्होंने गोलीबारी करने के साथ-साथ पर्चे भी छोड़े और भाकपा माओवादी जिंदाबाद के नारे लगाए. वहीं चुनाव से पहले नक्सली हिंसा की दो-दो घटनाएं पुलिस की सक्रियता पर सवाल उठा रहे हैं.।
नक्सलियों की इस कार्यवाही से हरिहरगंज समेत आसपास के इलाकों के लोग पूरी रात डरे सहमें रहे. कोई भी घर से बाहर नहीं निकला. बीजेपी चुनावी कार्यालय का निवर्तमान सांसद सह भाजपा प्रत्याशी वीडी राम ने गत 18 अप्रैल को चुनावी उद्घाटन किया गया था.
घटना की रात भाजपा कार्यकर्ता लखन साव कार्यालय में सोए हुए थे. नक्सलियों ने सो रहे लखन साव को हथियार का भय दिखाकर अपने कब्जे में लेते हुए गोली मारने की धमकी दी. डरे सहमें लखन साव मौका मिलते ही किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
नक्सलियों ने कार्यालय में बम लगाकर उड़ा दिया. जोरदार धमाके के साथ कार्यालय पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. कार्यालय के साथ ही कांप्लेक्स में बने कई अन्य कमरे क्षतिग्रस्त हो गए. घटना के तुरंत बाद नक्सलियों ने 8 से 10 राउंड फायरिंग की ओर माओवादी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए निकल गए. इसी क्रम में नक्सलियों ने बड़ी मात्रा में वोट बहिष्कार सहित अन्य नक्सली पर्चे, साहित्य पंपलेट भी छोड़े.
तूरी में दूसरी घटना
कार्यालय उड़ाने के बाद थाना से तीन किलोमीटर की दूरी पर तूरी में बटाने नदी पर पुल निर्माण कार्य में लगे दो जनरेटर, मिक्सर मशीन को जला दिया. साथ ही मजदूरों के रहने के लिए बने झोपड़ी को भी आग के हवाले कर दिया. जसमें कर्मियों के राशन, कपड़े व पैसे सहित अन्य सामान जलकर खाक हो गए.