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‘स्वच्छ भारत स्वच्छ कन्या’ : डीएसटीपीएस ने छात्राओं के लिए स्कूल में लगाए नैपकिन मशीन

“यदि हमारी लड़कियां माहवारी में हर रोज स्कूल जा पाए”

मासिक धर्म के समय स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सीएसआर डीएसटीपीएस के अंतर्गत 2 स्कूल / कॉलेज में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और इंसीनरेटर की स्थापना

अंडाल (19 दिसम्बर 2017) : भारत में केवल 12% लड़कियां सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं. कक्षा 8 के बाद, किशोरावस्था की २३% लड़कियां स्कूल छोड़ने को मजबूर हो जाती हैं क्यूंकि या तो वो महंगे सेनेटरी पद खरीद नहीं पाती है या मासिक धर्म के दौरान स्कूल में उचित सुविधाएं प्रदान नहीं की जाती हैं जो चिंता का विषय है। मासिक धर्म के दौरान विद्यालयों की लड़कियों को इस समस्या से राहत देने के लिए दामोदर घाटी निगम (डीवीसी), दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन (डीएसटीपीएस),अंडाल ने सीएसआर के अंतर्गत एक स्कीम “स्वच्छ भारत स्वच्छ कन्या” योजना का अनावरण किया

अंडाल ग्राम हाई स्कूल और एक कॉलेज खांद्रा कॉलेज में लगाए गए मशीन

इस क्रम में मासिक धर्म के दौरान स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में एक जागरूकता फ़ैलाने के लिए कोलकाता स्थित एनजीओ SEED के सहयोग से 1 स्कूल अंडाल ग्राम हाई स्कूल और एक कॉलेज खांद्रा कॉलेज में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और इंसीनरेटर 1 लाख 66 हजार हज़ार की लगत से स्थापित किया | इस परियोजना में प्रत्येक स्थान पर 1 सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन 1 इंसीनरेटर और 5 कार्टून सेनेटरी पैड ( 108 पैकेट प्रति कार्टून) कुल 540 पैकेट प्रदान किया गया।

10 रुपये में तीन नैप्किन मिलेंगे

विद्यालयों / कॉलेजों में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन से लड़कियों को 10 रुपये की लागत से 3 (तीन) सेनेटरी पैड का लाभ उठाने की सुविधा मिलती है, जो एटीएम की तरह काम करेगी। इससे लड़कियां जितना चाहे अपनी सुविधा अनुसार सनटेरी पैड ले सकती है और इस्तेमाल करने के बाद गन्दा पैड बाथरूम में लगे इंसीनरेटर में डिस्पोज़ कर जला सकती है जिससे वातावरण भी स्वच्छ रहेगा और उचित निपटान भी संभव हो सकेगा.

हैप्पी डेज़ ने विकसित किया है डिजाइन

भारत सरकार के उपक्रम एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड द्वारा वेंडिंग मशीन, इंसीनरेटर और पैड (हैप्पी डेज़ ) डिजाइन और विकसित किए गए हैं। स्कूल में जागरुकता पैदा करने के लिए कार्यशाला और सेमिनार सहित परियोजना के रखरखाव और क्रियान्वयन सम्बन्धी जानकारी साथी संगठन सीड (SEED) द्वारा एक वर्ष के लिए किया जाएगा।

सभी ने की सराहना

इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, मुख्य अभियंता सह परियोजना प्रधान डीवीसी डीएसटीपीएस श्री एस एन झा ने कहा कि मशीन कम से कम कीमत पर छात्राओं के लिए सैनिटरी नैपकिन को अधिक किफायती और आसानी से उपलब्ध कराएगी। यह पहल मासिक धर्म के दौरान लड़कियों को स्वच्छता सम्बन्धी जागरूकता फ़ैलाने का काम करेगा और इस मुद्दे पर संवाद को प्रोत्साहित करेगा। हेडमास्टर अंडाल हाई स्कूल श्री पार्थो पाल ने डीएसवीटी डीएसटीपीएस की सीएसआर की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के प्रयासों से मासिक धर्म की प्रक्रिया से संबंधित मिथकों और रूढ़िवादिता को तोड़ जा सकेगा | सभापति अंडाल पंचायत समिति कालुबरन मंडल ने इस कदम की सराहना की और कहा लड़कियों की मासिक समस्या को ध्यान में रखते हुए अंडाल ग्राम हाई स्कूल और खंदरा कॉलेज में ऐसी मशीन स्थापित करने का सीएसआर डीएसटीपीएस का यह एक स्वागत योग्य कदम है”।

मोहम्मद शमीम अहमद ने कहा ये तो शुरुआत है

मोहम्मद शमीम अहमद उपप्रबंधक सीएसआर डीएसटीपीएस ने कहा कि सीआरआर के अंतर्गत आने वाले सभी हाई स्कूल और कॉलेज में आने वाले दिनों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनों और इंसीनरेटर स्थापित करने का लक्ष्य है, ये तो शुरुआत है । इसी दौरान अंडाल ग्राम पंचायत द्वारा अंडाल ग्राम हाई स्कूल में वाटर प्यूरिफायर और चिलर मशीन भी स्थापित किया गया ।

इस कार्यक्रम के दौरान अंडाल ग्राम पंचायत प्रधान श्री चिरंजीब रॉय, डीजीएम (एचआर) श्री संदीप भट्टाचार्य, एसई (सिविल) श्री रोशन लाकड़ा, श्री जगत्पति मित्र, श्री कौशिक मंडल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।

Last updated: दिसम्बर 19th, 2017 by Pankaj Chandravancee