एक सवाल “ना कोई जिम्मेदार और ना ही जिम्मेवार फिर पूजा कैसे हो पार ” ??????
Arun Kumar
एक ओर दुर्गापूजा का महापर्व और दूसरी ओर सड़कें हैँ बदहाल इसे तो आप और हम सड़क कह ही नहीं सकते हाँ गड्ढे में हैँ सड़क का नाम अवश्य दिया जा सकता हैँ वहीँ माँ दुर्गा का पूजा आज से शुरू हो रही हैँ जबकि भक्त पूरी भक्ति भाव से मंदिरों में आने को बताव हैँ ऐसे में यह गड्ढे रूपी सड़क के किया कहने ना ही कोई भी जनप्रतिनिधि और ना ही कोई सामाजिक कार्यकर्त्ता इसकी सुध लेने को राजी हैँ कमोवेश पूरी झरिया विधानसभा से सटे इलाकों का यही हाल हैँ ना कोई जिम्मेदारी ना कोई जिम्मेवार तो कैसे हो दुर्गा पूजा पार????????