गोमो में बालू का खेल चालू है। यहाँ बालू का दाम आसमान छू रहा है। क्योंकि बालू माफिया को अब ज्यादा कमीशन देना पड़ रहा है । तभी इलाकों में बालू की गाड़ियाँ पहुँच पा रही है ।
बालू ला रहे ट्रैक्टर ड्राइवर के अनुसार बराकर नदी से लाए जा रहे बालू की नदी घाट पर कीमत सिर्फ 700 रु पड़ रही है । ट्रैक्टर का डीजल और ड्राइवर का खर्चा मिलाकर बालू लगभग 1800 रु पड़ रहा है। लेकिन अब बीच के दलाल और प्रशासन की मिलीभगत से बालू गोमो में 4000 हजार रु प्रति ट्रैक्टर की मिल रही है ।
क्या इससे यह नहीं समझा जाए कि प्रशासन दिखावे के लिए अवैध बालू माफिया पर नकेल कसती है । ताकि प्रशासन का कमीशन में इजाफा हो सके। बालू माफियाओं का यहाँ तक कहना है कि उनके ऊपर एक विधायक जी का हाथ है। उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। बात सही भी है कि जब प्रशासन का हाथ सर पर हो तो। उसका कौन क्या बिगाड़ सकता है।