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मोदी लहर को रोक तो नहीं पाये लेकिन पाण्डेश्वर में कम जरूर कर पाये जितेंद्र तिवारी

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चुनाव से पहले पाण्डेश्वर मंदिर से पुजा कर बाहर निकलते हुये पत्नी संग विधायक जितेंद्र तिवारी

आसनसोल लोकसभा चुनाव में दोबारा जीत का सेहरा बांधने वाले बाबुल सुप्रियो ने पिछले बार की अपेक्षा लगभग डबल अंतर के मतों से जीत दर्ज की है और सभी सात विधानसभा में बढ़त भी बनाया लेकिन पांडेश्वर विधानसभा में  मात्र 6 हजार मतों के अंतर से ही बढ़त बना सके । जबकि आसनसोल दोनों कुल्टी रानीगंज बाराबनी जामुड़िया विधानसभा में बाबुल ज्यादा मतों से बढ़त बनाये रखा ।

पांडेश्वर में मात्र 6 हजार मतों से बढ़त साफ दर्शाता है कि विधायक जितेंद्र तिवारी की मेहनत रंग लायी और लोगों ने उनका साथ दिया। यहाँ एक बात गौर करने लायक है कि जितेंद्र तिवारी पाण्डेश्वर से स्वयं भी मात्र पाँच हजार वोटों के अंतर से जीते थे।

पांडेश्वर विधानसभा से जितेंद्र तिवारी भले ही कम मतों से विजयी हुये लेकिन इस  हिंदी भाषी प्रत्याशी जितेंद्र तिवारी ने लाल दुर्ग को तोड़कर अपना परचम लहराया था और लगातार अपने विधानसभा में सक्रिय रहे। उनकी सक्रियता से उनकी लोकप्रियता बढ़ी लेकिन । वे मोदी लहर को रोक तो नहीं पाये लेकिन कम जरूर कर पाये हैं।

मुख्यमंत्री ने दी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी

जितेंद्र तिवारी का कद बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने पश्चिम बर्द्धमान जिला का टीएमसी अध्यक्ष बनाकर अपने विधानसभा में कम अंतर से भाजपा को बढ़त दिलाने पर तोहफा भी दे दिया है ।

चाटुकारों से सावधान रहने की जरूरत

जितेंद्र तिवारी को अभी से ही स्थानीय चाटुकारों  से बचते हुए जनता से सीधा संवाद करना होगा । उन्हें अभी से ही विधानसभा की तैयारी में अभी जुटना होगा। लोकतन्त्र में जनता ही जब कुछ है  । नेता ,पैसा, ताकत कुछ भी नहीं इसी बात पर चलकर आगे बढ़ें तो उनके लिए बेहतर है ।

Last updated: मई 26th, 2019 by Pandaweshwar Correspondent