पांडेश्वर। पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र के “आसार आलो” एनजीओ की ओर से पांडेश्वर स्वास्थ्य केंद्र में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया । यहाँ अतिथि के रूप में पांडेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी उपस्थित थे । विधायक समेत उपस्थित लोगों ने यहाँ पौधे लगाए ।
पर्यावरण के क्षेत्र में ममता बनर्जी ने किए हैं कई कार्य
इस मौके पर विधायक जितेंद्र तिवारी ने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए क्या जरूरी है, इस पर सर्वाधिक जोर हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही दिया है । जो लोग भी प्रशासन में रहते हैं, उनका जोर रहता है कि ऐसे कार्यों पर जोर दिया जाए जिसके प्रति लोग आकर्षित हो। लेकिन कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिसका परिणाम शीघ्र तो नहीं मिलता है, लेकिन आने वाली पीढ़ी के लिए यह कार्य करना जरूरी है ।
उन्होंने कहा कि राज्य में ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनने से पहले पर्यावरण संरक्षण को उतना अधिक महत्त्व नहीं दिया जाता था। उन्होंने मुख्यमंत्री बनने बाद एक ओर जहाँ बुनियादी विकास, गरीबों के कल्याण की योजनाएं, समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों के हित के लिए निर्णय लिए गए । वहीं राजनीति से दूर रहकर जो लोग स्वतंत्र रूप से समाज के हित के लिए कार्य करना चाहते हैं, वह लोग अपनी गतिविधियों और मन की बात को स्वतंत्र रूप से कह सके ऐसा माहौल भी मुख्यमंत्री ने बनाया है।
कोरोना वायरस ने हमें काफी कुछ सिखाया भी है
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ने हमें काफी कुछ सिखाया भी है। काफी लोगों को हमने खोया है, हम लोग आतंक में भी हैं। लेकिन इसका कुछ सकारात्मक प्रभाव भी पड़ा है। पांडेश्वर में कोई भी भूखा ना रहे इसके लिए जहाँ सरकार की ओर से प्रयास किए गए हैं । वहीं पांडेश्वर के विभिन्न स्वयंसेवी संगठन के लिए आगे आए।
उन्होंने कहा कि पौधे लगाना आसान है। लेकिन उसकी रक्षा करना कठिन काम है। जिस तरह हम खुद की देखभाल करते हैं,उसी तरह पेड़ पौधों के भी नियमित रूप से देखभाल जरूरी है। इसलिए हम लोग शपथ ले कि जो भी पौधे हम लोग लगाएंगे वह एक बड़ा वृक्ष बने इसके लिए हम उसे अच्छी तरह से देखभाल करेंगे।
ईसीएल अपनी जिम्मेदारी का सही से पालन नहीं कर रही है
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की संस्था ईसीएल अपनी जिम्मेदारी का सही से पालन नहीं कर रही है। यहाँ से करोड़ों का आय किया जा रहा है, लेकिन पर्यावरण को बचाने के लिए जो राशि खर्च करनी चाहिए वह नहीं की जा रही है । यहाँ के लोगों के जिंदगी को खतरे में डाला जा रहा है। इसे लेकर भी हमें सोचने की जरूरत है।