लाचार वृद्धा ने मांगी इच्छा मृत्यु , महकमा शासक की उदासीनता से क्षुब्ध
वृद्धा ने इच्छा मृत्यु के लिए एसडीओ से लगाई गुहार दुर्गापुर
दुर्गापुर एबीएल आवासन निवासी पूर्णिमा प्रमाणिक ने इच्छा मृत्यु के लिए महकमा शासक से आवेदन किया है। वृद्धा का पुत्र निर्मल प्रमाणिक ऑडिट विभाग में कार्यरत है। वर्ष 2016 में पति निमाई प्रमाणिक को गुजर जाने के बाद पूर्णिमा पूरी तरह से बेसहारा हो गई है। आरोप है कि पति का क्रियाकर्म करने के बाद पुत्र निर्मल घर छोड़कर चला गया। इस कारण पूर्णिमा को अकेले ही घर में रहना पड़ता है।
पुत्र सरकारी मुलाजिम है फिर भी माँ को खाने के लाले
पूर्णिमा निमाई की दूसरी पत्नी है। बेटा निर्मल पहली पत्नी का पुत्र है। इससे पूर्व वर्ष 2014 में पति निमाई अचानक बीमार पड़ गए थे। इसके बाद निर्मल प्रत्येक महीने मां को 5 हजार रुपए देता था। दिसंबर 2016 में पति को गुजर जाने के बाद पुत्र ने पैसा देना बंद कर दिया। इससे बीमार मां पूरी तरह बेसहारा हो गई जो खाने- पीने की भी मोहताज हो गई है।
महकमा शासक से मांगी थी मदद पर कोई मदद न मिलने से दुखी थी वृद्धा
इससे पूर्व पूर्णिमा ने महकमा शासक शंख सातरा से शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर एसडीओ ने पूर्णिमा को बेटे से प्रत्येक महीने आर्थिक सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया था। लेकिन कोई सुनवाई न से क्षुब्ध और लाचार वृद्धा ने महकमा शासक से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई । इस बारे में अनुमंडलाधिकारी शंख सातरा ने कहा कि पूर्णिमा प्रमाणिक को महकमा प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता किया जाएगा। उनकी समस्याओं के समाधान हेतु सीनियर सिटीजनशिप ट्राइब्यूनल मैं शिकायत दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद अगर पुत्र निर्मल अपनी मां की देखरेख नहीं करेगा तो आगे की कार्रवाई की जाएगी
अपने आस-पास की ताजा खबर हमें देने के लिए यहाँ क्लिक करें
Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View