झरिया। दिनांक 28 नवंबर 2020 को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)झरिया लोकल कमिटी के तत्वाधान में लोदना यमुना सहाय स्मृति भवन के प्रांगण में कामरेड फ्रेडरिक एंगेल्स के 200 वीं जयंती पर सभा की गई । सब प्रथम फ्रेडरिक एंगेल्स के तस्वीर कर माल्यार्पण किया गया। अध्यक्षता कामरेड भगवान दास ने की। जयंती के अवसर पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)पार्टी राज्य सचिव कामरेड गोपी कांत बख्शी ने सभा को संबोधित करते हुए कहाँ की जिस प्रकार किसी भी मोटर गाड़ी दुपहिया या चार पहिया को इंधन (पेट्रोल) की जरूरत पड़ती है। जिसके बिना वह दौड़ नहीं सकता । आगे जा नहीं सकता कार्ल मार्क्स और मार्क्सवाद को संपूर्ण और आगे बढ़ाने में से फ्रेडरिक एंगेल्स ने इंधन जैसा काम किया। पूंजी के तीन खंडों का प्रकाशन मार्च के मृत्यु के बाद एंगेल्स के अथक परिश्रम से परिश्रम के कारण ही संभव है हो सका। मार्क्स और एंगेल्स एक दूसरे के पूरक हैं।
उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट लीग ने माक्र्स और एंगेल्स को कम्युनिस्ट पार्टी आदर्शों पर एक पैम्फलेट लिखने का काम सौंपा जिसे आगे जाकर कम्युनिस्ट घोषणापत्र (मैनीफेस्टो ऑफ द कम्युनिस्ट पार्टी) के नाम से जाना गया इसका प्रकाशन २१ फरवरी 1848 को किया गया और इसकी चंद पंक्तियाँ इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गयी, वे थी है । एक कम्युनिस्ट क्रांति सत्तारूढ़ वर्गों की बुनियाद को हिला कर रख देगी। सर्वहारा वर्ग के पास जंजीरों को खोने के लिए अलावा कुछ नहीं है। उनके सामने जीतने के लिए पूरी दुनिया पड़ी है दुनिया भर के मजदूर मेहनतकशों एक हो।
उन्होंने कहा कि एंगेल्स ने इस दौरान परिवार निजी संपत्ति और राज्य की उत्पत्ति जैसे विलक्षण पुस्तक को लिखने का भी काम किया इस पुस्तक में उन्होंने बताने की कोशिश की कि परिवारिक ढांचों में इतिहास में कई बार बदलाव आये। एंगेल्स ने बताया कि एक पत्नी प्रथा की उदय दरअसल पुरुष की अपने बच्चों के हाथों में ही संपत्ति सौंपने की इच्छा से महिला को गुलाम की आवश्यकता के साथ हुआ।
सभा को जिला सचिव सुरेश प्रसाद गुप्ता, प्रोफेसर नारायण चक्रवर्ती, शिवबालक पासवान, सुंदर लाल महतो, योगेंद्र महतो, ने भी सम्बोधित किया तथा नौसद अंसारी, संतोष चौधरी, संतोष रजक, यदु पासवान, मंटू बाउरी, जंगबहादुर जसवार , बैजनाथ, अनुज पासवान, धर्मराज धारी, सुरेश पासवान, तथा अन्य लोगों शामिल थे।