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स्तनपान करने से महिलाओं में ब्रेस्टकैंसर का खतरा कम हो जाता है

मातृ दूध दिवस कार्यक्रम में सीडीपीओ मनोदीप माजी का स्वागत करती महिलाएं
आई सी डी इस सलानपुर मुख्यालय के तत्वाधान में नाकडाजोडिया टालीपाडा स्थित
44 नंबर आंगनबाड़ी केंद्र में एक दिवसीय मातृ दूध दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर नाकडाजोडिया क्षेत्र के लगभग 50 गर्भवती व प्रसूति माताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सीडीपीओ मनोदीप माजी, सुपरवाइजर जयश्री समादार, तपती लायक, सावली हाजरा उपस्थित थी।
जिन्होंने प्रसूति व गर्भवती महिलाओं में माँ के दूध के फायदे , पौष्टिक तत्व, व विटामिन की विस्तृत जानकारी दी गई।

अमृत समान है माँ का दूध

महिलाओं को संबोधित करते हुए मनोदीप माजी ने कहा कि माँ का दूध बच्चों के लिए अमृत समान है।
जिससे बच्चे का मस्तिष्क के साथ साथ रोगों से लड़ने का प्रतिरोधक क्षमता होती है।
माँ के दूध में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए की मात्रा होती है,
जन्म से लेकर बच्चे को 6 महीने तक बाहर को कोई भी खाना नहीं देनी चाहिए।

नवजात शिशु और माँ के लिए कई महत्व पूर्ण जानकारी दी

मातृ दूध दिवस पर महिलाओं को जानकारी देतीं सीडीपीओ मनोदीप माजी एवं आईसीडीएस की सदस्याएं

उन्होंने बताया कि जन्म के 1 घंटा के बाद बच्चा सो जाता है।
उससे पहले बच्चे को माँ का पहला पिला गाढ़ा दूध पिलाना बहूत जरुरी होता है।
इसे एक भाषा में अमृत भी कहा जा सकता है।

स्तनपान करने से महिलाओं में ब्रेस्टकैंसर का खतरा कम हो जाता है

मातृ दूध दिवस जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित महिलाएं

उन्होंने कहा कि अक्सर महिलाओं में भ्रम होता है कि उनके दूध से बच्चे का पेट नहीं भरता है।
किंतु यदि बच्चा पुरे दिन में 4 से 5 बार पिशाब करे तो समझिए बच्चे का पेट ठीक से भर रहा है।
एक मात्र माँ के दूध से ही बच्चों को संक्रमित रोग से बचाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि समाज में जच्चा बच्चा को लेकर कई रूढ़ि परंपरा है।
जिससे अक्सर माँ और बच्चे दोनों पर खतरा बना रहता है।

प्रत्येक वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह में मातृ दूध दिवस का आयोजन किया जाता है

मौके पर सेविका सबिला खातून, पूर्वी दास, पिंकी साव, शुक्ला दास समेत दर्जनों सेविका व सहायिका उपस्थित थी।
संवाददाता:- गुलज़ार खान, फोटो:- कौशिक मुखर्जी
Last updated: अगस्त 14th, 2017 by Pankaj Chandravancee