काला झंडा दिखाकर सरकार के फैसले का किया विरोध
चित्तरंजन । चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना के हजारों कर्मियों ने शुक्रवार को निजीकरण के खिलाफ तीव्र प्रतिवाद एवं विरोध प्रदर्शित किया। महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष आरके गेट पर शुक्रवार की सुबह 11बजे से 12 बजे तक पहले धरना प्रदर्शन किया गया इसके बाद “”सेव सीएलडब्ल्यू ज्वाइंट एक्शन कमिटी“” के नेताओं ने निजीकरण के खिलाफ अपने अपने विचार व्यक्त किए । अपने भाषण में सभी नेताओं ने एक सुर में सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
इस संबंध में इंटक नेता इंद्रजीत सिंह ने बताया कि लगभग 5 हजार लोग आज आन्दोलन में भाग लिये। धरना प्रदर्शन के पश्चात महाप्रबंधक को हमारे प्रतिनिधिमंडल ने मेमोरेंडम देने की कोशिश की लेकिन महाप्रबंधक से मिलने नहीं दिया गया।
आगे कहा कि चिरेका के महाप्रबंधक ने मिलने से इंकार कर दिया। जिसके बाद चिरेका के सीपीओ बीके सिंह को मेमोरेन्डम सौंपा गया। बीके सिंह ने कहा कि मांग पत्र रेलवे बोर्ड को भेज दिया जाएगा। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि किसी भी हाल में निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा ।जब तक सरकार निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लेती है तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा ।
बताया जाता है कि चिल्ड्रन पार्क से चित्तरंजन पेट्रोल पंप तक लगभग 1 किलोमीटर के दायरे में निजीकरण के खिलाफ चिरेका कर्मियों की भीड़ देखने लायक थी। 5 सौ की संख्या में काला झंडा लेकर सभी सड़क पर उतर गए थे।