अखिल भारतीय मजदूर कल्याण सेवा संघ के कार्यकर्ता सह RTI एक्टिविस्ट अमित मोदक ने सूचना के अधिकार कार्यकर्ता जिनकी देश सेवा में मृत्यु हुई उन को शहीदों का दर्जा एवं सहयोग राशि देने हेतु मांग पत्र भेजा भारत सरकार को जिसमें राष्ट्रपति भवन गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री महोदय को उन्होंने पत्र में लिखा कि देश में कई ऐसे सूचना अधिकार कार्यकर्ताओं की मृत्यु हो चुकी जिन्होंने निस्वार्थ भावना से देश में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने का काम किया है लेकिन दुख की बात यह है ऐसे देश के सपूतों को देश के ही गद्दारों में उनकी जान ले ली।
देश का असली चौकीदार सूचना का अधिकार कार्यकर्ता होता है
अमित मोदक का कहना है देश में नेता के साथ देश के असली चौकीदार का जरूरत है जो देश के खजाने की करता है और देश का असली चौकीदार सूचना का अधिकार कार्यकर्ता होता है जो देश में हो रहे घोटाले को उजागर कर देश की संपत्ति को देसी खजाने में रखता है लेकिन ऐसे वीर सपूतों को आज तक हम शहीदों का दर्जा नहीं दे सके और ना ही उनके परिवार को ऐसे वीर सपूत पैदा करने के लिए कोई मुआवजा दिया गया इसलिए आधुनिक युग के इन क्रांतिकारियों के सम्मान में उनके बलिदान को देखते हुए इन वीर पुरुषों को शहीदों का दर्जा दिया जाना चाहिए और सरकार की तरफ से माफ़ जब भी मिलना चाहिए ताकि समाज में देश प्रेमियों के नाम एक अच्छा संदेश जाए और उन्हें एक सम्मानजनक श्रद्धांजलि सरकार की ओर से मिले अगर यह सम्मान उनको नहीं मिलती तो अखिल भारतीय मजदूर कल्याण सेवा संघ के पदाधिकारी श्री राजेंद्र राम ने कहां कि पूरा देश से हम सभी मांग करेंगे भारत सरकार से कि इन वीर सपूतों को उनका हक दिया जाए