रानीगंज। महिला सशक्तिकरण के इस दौर में बसरा ग्राम के बाद बासिंदा एवं कुनस्टोरिया एरिया के एक साधारण कलर प्रवीर कुमार मंडल नेअपनी बेटी रया की विवाह दुर्गापुर के बाशिंदा जॉयदीप पाल के पुत्र देवासी से कवि गुरु रवीन्द्र नाथ टैगोर के आदर्शों पर आधारित महिला पंडितों से करवाएं। यह विवाह की घड़ी देखकर लोग विवाह संपन्न होने तक मानों एक चलचित्र की तरह देखा। रवीन्द्र नाथ ठाकुर की बनती है विवाह एक ऐसा सामाजिक बंधन है जिसे समाज के सामने बांधी को जाती है लेकिन जीवन ज्ञापन स्त्री पुरुष करते हैं प्रसंग वश यह भी समझाई गई की विवाह एक ऐसा बंधन है भले ही एक बार वर वधु को देखने को मिलती है लेकिन ईश्वर की ही कृपा होती है कि लोग पूरा जीवन एक साथ निभाते हैं।
इस विवाह में रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी शहीद क्षेत्र के अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए। जिसमें संगीतमय इस विवाह के घर ही पर कभी लोगों को हंसते मुस्कुराते देखे गए वहीं विदाई के प्रसंग पर लोगों को अश्रु भरे मुख भी देखने को मिला। रानीगंज कोयलाञ्चल में यह पहला अवसर था जब महिला पंडितों द्वारा इस प्रकार की विवाह का आयोजन देखने को मिली। पिता प्रवीण कुमार मंडल ने कहाँ की मैं भी साहित्य से प्रेम रखता हूँ और रवीन्द्र नाथ ठाकुर के आदर्शों का पर चलने का प्रयास करता हूँ उन्होंने कहा है जब कोई साथ ना दे तो एकला चलो रे। महिला सशक्तिकरण के इस दौर में मैंने अपने तरह से समाज के सामने अपने हृदय के टुकड़े को इस वैदिक परंपरा के अनुसार विवाह किया है।