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10वीं व 12वीं के आधे दर्जन से भी अधिक जाली किताब बेचते पकड़े गए कई दुकानदार, कई दुकान बंद कर भागे

पूर्व से ही झरिया शहर अवैध धंधेबाजों का गढ़ माना जाता रहा है। काले कोयले का काला खेल हो या अवैध लॉटरी विक्रेताओं का साम्राज्य या गरीबों का निवाला डकारने वाले अवैध पीडिएस चावलों के माफिया । यहाँ हर तरह के अवैध धंधेबाज अपनी दुकानें खोल कर बैठे है। हालांकि झरिया पुलिस समय-समय पर ऐसे धंधेबाजों के खिलाफ मुहिम चला नकेल कसने का काम करती रही है लेकिन इसके बाद झरिया शहर में गलत तरीके से पैसे कमाने वाले लोगों की होड़ मची है। अब तो काले कारोबारियों ने बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है। विद्यार्थियों के किताबों तक इनका मकड़ जाल फैल चुका है।

ताजा मामला झरिया के बक्करीहाट मोड़ से लक्षमानिया मोड़ तक का प्रकाश में आया है जहाँ ओसवाल बुक के जाली कॉपी बाजार में बिकने की खबर सुन कर ओसवाल बुक कंपनी के अधिकारी शनिवार की शाम झरिया थाना पहुँचे। झरिया पुलिस के सहयोग से राजा तालाब स्थित किताब दुकानों में छापामारी किया। एक एक शुरू हुई छापामारी होता देख वहाँ स्थित अन्य दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने ओसवाल बुक कंपनी के 10वीं व 12वीं के आधे दर्जन से भी अधिक जाली किताब विकास बुक सेंटर व दीपक बुक सेंटर से बरामद किया। पुलिस ने दुकान के मालिक की पूछताछ की पर दुकान के मालिक नहीं मिलने पर वहाँ काम कर रहे युवकों को पकड़ कर झरिया थाना ले आई।

दिल्ली से आए अधिकारियों ने बताया कि नोएडा स्थित भी एंड जे एसोसिएट कंपनी में हमलोग कार्यरत है। उक्त बुक कंपनी ने छापामारी करने का आदेश हमारे कंपनी को दिया था। अधिकारियों ने बताया कि ओसवाल बुक कंपनी के अधिकारी पूर्व में झरिया के कई दुकानों में अपनी कंपनी के किताब खरीदे थे। जिसमें से कई दुकानों में उक्त कंपनी का नकली किताब मिला था। जिसके आधार पर छापामारी किया गया है। झरिया पुलिस ने बताया कि छापामारी के दौरान को युवक को पकड़ कर थाना लाया गया है। दोनों युवकों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। हालांकि इस तरह की छापेमारी से एक बात तो स्पष्ट हो गया कि अवैध धंधेबाजों की गिद्धदृष्टि अब विद्यार्थियों के भविष्य पर भी पड़ चुकी है।

Last updated: नवम्बर 28th, 2021 by Arun Kumar