सांकतोड़िया(5/1/2018) :- आसनसोल नगर निगम के वार्ड संख्या 105 के सांकतोड़िया स्थित हुसैनिया मोड़ के समीप तृणमूल कांग्रेस की ओर से शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी का जन्मदिन काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
तीन हजार लोगों को बांटे गए कंबल
मौके पर वार्ड पार्षद अभिजीत आचार्या के नेतृत्व में तीन हजार से अधिक जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया. इस दौरान आसनसोल नगर निगम के मेयर जितेंद्र तिवारी, जिला वी.शिवदाशन दासु, कुल्टी ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष महेश्वर मुखर्जी, डॉ.सुबल चक्रवर्ती सहित अन्य लोग मौजूद थे. मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी के जन्मदिन के अवसर पर संयुक्त रूप से केक काटकर उपस्थित सभी लोगों में बांटा गया.
अपने संबोधन में मेयर जीतेन्द्र तिवारी ने कहा कि गरीबो की सेवा ही सच्ची सेवा है, इस हाड़ कंपाती ठंढ में कई लोग वस्त्र के बिना ठिठुर रहे हैं, वैसे लोगों का परोपकार करना चाहिए. दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकाल में किये जा रहे विकास कार्यों को गिनाते हुए कहा कि जो काम चौंतीस वर्षों के माकपा शासनकाल में नहीं हुआ वह तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने सात वर्षों में कर दिखाया है. उन्होंने सबुज साथी, कन्याश्री योजना के तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित कराटे हुए कहा, आज जो भी गरीब मर जाए है, शमशान घाट जाने के पहले उनके पास दो हजार रूपये पहुँच जाता है. आज भी कई ऐसे लोग हैं जिनके पास दो गज कफन खरीदने के लिए पैसे नहीं है, वैसे लोगों के लिए दो हजार रुपया काफी राहत देती है. कुल्टी के लोग पानी की समस्या से वर्षों से जूझ रहे थे तृणमूल की सरकार ने समस्या का समाधान कर 232 करोड़ रूपये की लागत से कुल्टी अंचल में जलप्रकल्प परियोजना शुरू की है, चारों तरफ काम जोर-शोर से चल रहा है.
शिवदासन दासु ने भी प्रदेश में हो रही विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सरकार की देन है की गरीवों को दो रूपये किलो चावल गेहूं दिया जा रहा है. पार्षद अभिजित आचार्य ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में आसनसोल नगरनिगम के वार्ड में विकास मूलक कार्य हो रहे है, आज हर वार्ड में बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क आदि की सुविधाए महैया कराये जा रहे है, हर आम ओ ख़ास त्र्न्मुल सरकार के शासन में खुश है. सभी ने ममता बनर्जी की दीर्घायु की कमाना की.
एक नजर में ममता बनर्जी
सुश्री ममता बनर्जी का जन्म गायत्री बनर्जी और स्वतंत्रता सेनानी प्रोमिलेश्वर बनर्जी के घर पांच जनवरी 1955 को कोलकाता में हुआ था. जानकारी के अनुसार ममता का बचपन और किशोरावस्था तो मौज-मस्ती भरा रहा, लेकिन युवावस्था में पिता को खोने के बाद उन्हें कठिन दौर से गुजरना पड़ा. घर का खर्च जुटाने के लिए उन्होंने दूध की एक दुकान में काम किया. वह लोगों के घर जाकर दूध पहुंचाया करती थीं. 1970 के दशक में कांग्रेस की छात्र परिषद की नेता के रूप में उन्होंने राजनीतिक जीवन में कदम रखा. तत्पश्चात कानून और शिक्षण में डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने कला विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की. राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों में सुब्रत मुखर्जी उनके सलाहकार रहे जो अब तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों में से एक हैं. सुश्री ममता बनर्जी 1997 में कांग्रेस से अलग हुईं और एक जनवरी 1998 को उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का गठन किया और कठिन संघर्ष करते हुए वर्ष 2011 में माकपा की 34 वर्षो के शासनकाल को ख़त्म कर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का राज स्थापित किया.