ना शासक दल को ना विरोधी दल को कोई भी राजनीतिक दल उन लोगों के समस्या का समाधान नहीं किया है, सिर्फ आश्वासन मिला है। मगर उन लोगों का कागजात दुर्गापुर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड में जहाँ पर रुकी हुई है, वहीं पर पडी हुई है, ना आगे बढ़ रहा है, ऐसा ही आरोप आश्रित परिवार के लोगों ने लगाया है।
कहा कि सभी दल के नेता लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में आते ही हाथ जोड़कर वोट मांगने के लिए चले आते हैं और कहने पर कहते हैं कि चुनाव जितने के बाद आपका काम पूरा हो जाएगा। मगर 5 साल तक इन लोगों को देखने को नहीं मिलता है। इस बार दुर्गापुर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के आश्रित परिवार के लोगों ने प्रतिवाद का रूप दूसरा ही दिया है।
इस बार लोकसभा चुनाव में वोट बायकट करने की बात कही है और अपने-अपने घर के बाहर दीवाल पर पोस्टर लगाया है कि डीपीएल हम लोगों को नौकरी नहीं दे रही है, जब तक नौकरी नहीं मिलता है। तब तक वोट बायकॉट करेंगे। कहा कि राजनीतिक दल प्रचार के लिए घर पर नहीं आएंगे।
जानकारी के मुताबिक पिछले 10 सालों से दुर्गापुर प्रोजेक्ट लिमिटेड के परिवार के लोग विभिन्न समय पर धरना प्रदर्शन अवस्थान विरोध, रिले अनशन आदि करते आ रहे हैं। इन लोगों के धरना प्रदर्शन पर मंत्री विधायक पहुँच चुके हैं। मगर कोई काम नहीं हुआ। सिर्फ आश्वासन के बाद आश्वासन इस बार मन बना लिए हैं कि वे लोग वोट बॉय कट ही करेंगे।