रानीगंज । रानीगंज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का नवनिर्मित कैंपस भवन का उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कानून एवं श्रम मंत्री मलय घटक ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में पश्चिम बंगाल में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सत्ता संभालते ही इन दो विषयों पर प्रमुख रूप से प्रधानता दी है । आसनसोल में काजी नजरुल इस्लाम विश्वविद्यालय की स्थापना हुई । एक और योजना इस क्षेत्र में है हिंदी विश्वविद्यालय बनाने की जिसे जल्द ही बनाई जाएगी।
पिछले सरकार की तुलना में तृणमूल की सरकार ने 5 गुना अधिक शिक्षा के क्षेत्र में खर्च किया है। एक तरफ स्कूली बच्चों के भोजन ड्रेस पुस्तक के साथ-साथ अनुदान राशि दी गई। कन्याश्री योजना पर विशेष ध्यान दी गई है ।
प्राइवेट संस्थान गुणवत्ता से न करें समझौता -मंत्री मलय घटक
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता अर्थात क्वालिटी पर मुख्य ध्यान देने की जरूरत है । प्राइवेट क्षेत्र में अनेकों काम शिक्षा के क्षेत्र में हो रही है लेकिन गुणवत्ता के साथ में कोई कंप्रोमाइज ना करें। एक सौ एकड़ जमीन पर कंप्यूटर हाईंटेक तकनीक पर काम करने वाले उद्यमियों को स्थान दी जा रही है जिसमें विप्रो जैसे संस्था भी आ रहे हैं ।
छात्राओं को मिलने वाला पैसा उनकी पढ़ाई में नहीं बल्कि शादी में इस्तेमाल किया जाता है -डॉक्टर छवि दे, प्रिंसिपल, रानीगंज गर्ल्स कॉलेज
रानीगंज गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर छवि दे ने एक विवादास्पद बात कह दी । उन्होंने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की ओर से काफी सहयोग मिल रही है लेकिन दुःख की बात तो यह है कि इन पैसों का इस्तेमाल कन्याओं के विवाह में की जा रही है । मैं उन माता-पिता से अनुरोध करती हूँ कि शिक्षा के मद में मिलने वाले अनुदान का इस्तेमाल शिक्षा के प्रति करें इसमें आपकी प्रगति होगी देश की प्रगति होगी।
छात्राओं को सरकार से अनुदान उनका मनोबल बढ़ाने के लिए दिया जाता है , साथ ही माता-पिता बेटी की पढ़ाई के खर्चे को बोझ न समझे इसलिए भी । यह एक प्रोत्साहन राशि होती है जिसे छात्रा अपने हिसाब से खर्च करने के लिए स्वतंत्र होती है । इस पर टीका-टिप्पणी करने से छात्राओं के मनोबल को कमजोर करने के अलावा कुछ हासिल नहीं होगा ।
शिक्षक अपना दायित्व निभाएँ -आशीष दे , प्रिंसिपल , त्रिवेणी देवी भालोटिया कॉलेज
त्रिवेणी देवी भालोटिया कॉलेज के प्रिंसिपल आशीष दे ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को अनेकों रूप में सुविधा दी जा रही है । शिक्षण संस्थाओं को दी जा रही है । ऐसे समय में हम शिक्षकों का दायित्व बढ़ जाता है । हम शिक्षक अपने दायित्व निभाए।
रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संदीप भालोटिया ने कहा कि आज पढ़े-लिखे युवकों को अवसर प्रदान सरकार की ओर से अनेकों रूप में की जाती है हम लोग चैंबर के माध्यम से उन्हें सहयोग करते हैं हम लोगों के साथ संपर्क रखें।
इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल सोमा बागची ने बताया कि इस इंस्टीट्यूट का स्थापना वर्ष 2001 में हुई थी आज इस संस्थान के छात्र अनेकों तरह के जॉब में लगे हैं एवं उन्होंने सभी अतिथियों का अभिवादन किया एवं धन्यवाद जताया ।