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मधुपुर को जिला बनाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति के बैनर तले धरना प्रदर्शन

मधुपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले शनिवार को अनुमंडल कार्यालय के समीप भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष मधुपुर को जिला बनाने की मांग को लेकर यहां के बुद्धिजीवी, पत्रकार, साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी, समाजकर्मी समेत विभिन्न संगठनों के लोगों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित कर अनुमंडल पदाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम स्मार पत्र सौंपा गया। जिला बनाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष घनश्याम ने संबोधित करते हुए कहा कि मधुपुर संताल परगना का सबसे सक्रिय अनुमंडल है और यह जिला बनने की सारी अहर्ताओं की पूर्ति करता है। झारखंड अलग राज्य बनने के साथ ही प्रस्तावित मधुपुर जिला के आमजन सहित यहां के बुद्धिजीवी, अधिवक्ता, जनप्रतिनिधि, पत्रकार, स्वयंसेवी कार्यकर्ता, राजनीतिककर्मी, संस्कृतिकर्मी मधुपुर को जिला बनाने की जरूरत महसूस करते रहे हैं। इन तमाम लोगों की ओर से 2000 में मधुपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया था। झारखंड निर्माण काल सहित संघर्ष समिति ने शांतिमय  जन संघर्ष जारी रखा है। संघर्ष समिति द्वारा लगातार पांच बार विभिन्न मुख्यमंत्रियों को स्मार पत्र के माध्यम से मधुपुर को जिला बनाने की मांग की जाती रही है। साथ ही संघर्ष समिति ने जिला बनाने की भौगोलिक स्थिति का चित्रण करते हुए मानचित्र भी तत्कालीन मुख्यमंत्री को सौंपा है। कहा कि मधुपुर के जिला बनने से क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो गया तथा गरीबों एवं वंचितों को फिजूलखर्ची से मुक्ति मिलेगी। बेरोजगारों के लिए रोजगार के लिए नए-नए अवसर खुलेंगे। पलायन रुकेगा तथा यहां की प्रतिभा का इस्तेमाल यहां की धरती को शस्यश्यामला बनाने में होगा। मधुपुर का इलाका सैलानियों का केंद्र रहा है। समिति महामंत्री धनंजय प्रसाद व पूर्व प्रमुख सुबल प्रसाद सिंह ने कहा कि मधुपुर को जिला बनाने के बाद कई तरह का लाभ लोगों को मिलेगा। कहा की मधुपुर जिला राज्य के विकास में गुणवत्तापूर्ण भागीदारी निभा सकेगा। प्रशासनिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। प्रशासनिक महकमे में करीब होंगे तथा केंद्र एवं राज्य को सबसे सीधा संबंध बनेगा। कृषि, शैक्षणिक, रोजगार व आधारभूत संरचना का उत्थान होगा। केंद्र एवं राज्य की योजना  बजट में जिले की सीधी हिस्सेदारी होगी। जिला बनने से मधुपुर मीडिया का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा तथा यहां के मीडियाकर्मी को जिला स्तरीय दर्जा प्राप्त होगा। अपराध पर नियंत्रण होगा। कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, खेलकूद व उद्योग के आधारभूत संरचनाओं का विकास होगा। यहां के उद्योगपति व व्यवसायी संगठनों- प्रतिष्ठानों को जिला स्तरीय दर्जा प्राप्त होगा तथा राज्य एवं देश के विकास में वे सब महत्वपूर्ण योगदान कर सकेंगे। बिजली, पानी, सड़क की समस्या का समुचित समाधान समयानुकूल होता रहेगा। गरीबी उन्मूलन में जिला प्रशासन भूमिका निभा सकेगा। अनुमंडल पदाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम से सौंपे गए स्मार पत्र में मुख्यमंत्री रघुवर दास से मधुपुर को झारखंड का 25 वां जिला बनाने का आग्रह किया गया है। धरना पर बैठे विभिन्न संगठनों के लोगों ने मधुपुर को जिला बनाने की अधिसूचना जारी करने के लिए मुख्यमंत्री से मांग की है। कहा की बासुकीनाथ की एक सभा में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 21 जुलाई 2015 को जिला बनाने से संबंधित एक महती घोषणा की थी। मौके पर अस्तानंद झा, श्रीकिशुन, कुंदन कुमार भगत, मालती देवी, मुकेश कुमार शर्मा, मंजूर आलम, महेश मिश्रा, बसंती सोरेन, ज्योति कुमारी सोरेन, सीमा कुमारी, आफताब आलम, एजाज अहमद, राजेश कुमार दास, बबलू यादव, नईमुद्दीन खान, अमित राणा, गोल्डी खान, श्याम, विवेक बथवाल, संतोष भगत समेत दो सौ से अधिक लोग मौजूद थे।

Last updated: दिसम्बर 23rd, 2018 by Ram Jha