लोयाबाद । बीसीसीएल जैसी सरकारी कंपनी में नौकरी करने के बाद भी श्याम भुईयाँ को कोई कर्ज के कारण आत्महत्या करनी पड़ी । कर्ज, शराब की लत और सूदखोरों द्वारा प्रताड़ित के कारण श्याम भुइयाँ 38 वर्षीय बीसीसीएल कर्मी पिता सुकुर भुइयाँ सेंद्रा तीन नंबर निवासी ने अपने ससुराल लोयाबाद बीस नंबर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया।
मृतक श्याम भुइयाँ अपने पीछे पत्नी चंदना देवी , दो बेटी और एक बेटा से भरे पूरे परिवार को छोड़कर दुनिया को अलविदा कर दिया।
मृतक रात्रि में अपने पत्नी के साथ खाना खाकर कमरे में सोने चला गया, रात्रि को जब 2:00 बजे पत्नी चंदना देवी की नींद खुली तो कमरे में पति नहीं था। उसे खोजने के लिए दूसरे कमरे में गई तो गमछे के सहारे गले में फंदा लगाकर फांसी मैं लटका हुआ मिला।
स्थानीय लोगों ने बताया मृतक सूदखोरों के चंगुल में बुरी तरह से फंस गया था । यहाँ तक कि उसका पासबुक एटीएम सब सूदखोर के पास गिरवी रखा हुआ था। कर्ज न चुकाने की चिंता, पैसे के तगादे का टेंशन , ऊपर से शराब की लत ने उसे यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
लोयाबाद पुलिस शव की तफ्तीश कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
स्थानीय पार्षद महावीर पासी ने कहा ऐसे लोगों के साथ भी सूदखोर हावी है । बीसीसीएल नौकरी करने वाला भी सूद में डूबा हुआ है। सूदखोर पासबुक और एटीएम रखकर दाने-दाने के लिए बच्चों को भूखे रखने के लिए मजबूर कर देता है। यही कारण है लोग सोसाइड करने पर मजबूर हो जाता है।