लोयाबाद महाराष्ट्र से लौट रहे प्रवासी मजदूरों को लोयाबाद के लोगों ने पानी पिलाया। सभी मजदूर प्यासे थे। 24 घण्टे में लोयाबाद के रास्ते बंगाल जाने वाले करीब 40 से अधिकांश ट्रकों का गुजरना हुआ। करीब दर्जन भर ट्रकों को रोक कर मजदूरों को पानी पिलाया गया।
इसराफिल मिस्त्री की अगुवाई में समीर आलम सलाउद्दीन अंसारी छोटे आलम ने प्रवासी मजदूरों के बीच पानी के अलावे कुछ बिस्किट एवं नमकीन भी उपलब्ध करा दिया।
मजदूर चार दिन से ट्रकों पर जानवरों की तरह ठुसे हुए थे। तपती गर्मी में मजदूर भूखे एवं पियासे थे। सभी पश्चिम बंगाल राज्य के विभिन्न जिलों में जाने वाले मजदूर थे। पूछने पर बंगाल के मालदा एवं फरक्का जिले का नाम बातया।
मजदूरों की माने तो ये सभी फूड फैक्ट्री मजदूर है। काम बन्द, भोजन बन्द,मकान किराया नहीं , आखिर भूखे कब तक गुजारा करते । इसलिए वापस जाने का निर्णय लिया है। मकान किराया मांगा जाने लगा। मजदूरों ने कहा खाने का नहीं था तो किराया कहाँ से लाते।