दुर्गापुर: बीते सोमवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान रानीगंज में सांप्रदायिक दंगा में पत्थरबाजी और बामबाजी के दौरान घायल हुए भाजपा कर्मी सनत सिंह के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए राज्य भाजपा महिला नेत्री लाॅकेट चटर्जी को दुर्गापुर के मिशन अस्पताल पहुँची। पहुँच कर घायल भाजपा कर्मी से मुलाकात करते हुए चिकित्सा कर रहे डाॅक्टर के टीम से मिल कर स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली ।
पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
अस्पताल से बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि सनत सिंह के स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ है बहुत जल्द अस्पताल से छुट्टी मिल जायेगा । उन्होंने कहा कि रानीगंज और आसनसोल में जिस प्रकार से सांप्रदायिक दंगा हुए है वैसे में यहाँ के पुलिस प्रशासन के लपरवाही साफ दिखाई दे रहे है, यदि पुलिस प्रशासन हर जुलूस के दौरान चौकस रहती तो सांप्रदायिक दंगा रानीगंज से आसनसोल नहीं जाता। रानीगंज के घटना से पुलिस ने सबक नहीं लिया था । उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसा महौल है। इसके बावजूद राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में जा कर भाजपा को 2019 के लोक सभा चुनाव के लिए थर्ड फ्रंट बनाने में लगी है। मुख्यमंत्री पहले राज्य को संभाले उसके बाद दिल्ली का सपना देखे । उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा । लाॅकट चटर्जी को आसनसोल जाने से जिला प्रशासन ने रोक दी । उसके बाद पुलिस प्रशासन ओर भाजपा नेत्री के बीच तु-तु,मैं-मैं होने लगा। अंत में लाॅकेट चटर्जी को दुर्गापुर से वापस कोलकाता लौटना पड़ा ।
प्रेस वार्ता कर लगाया दुर्व्यवहार क आरोप
कोलकाता पहुँच कर एक प्रेस वार्ता में उन्होंने तृणमूल सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि उनके आने कि खबर मिलते ही सुबह पाँच बजे घायल डीसीपी को अस्पताल से निकाल कर दूसरे राज्य में भेज दिया गया है। उन्होंने पुलिस पर बिना कारण रोके रखने का आरोप लगाया एवं उनके तथा उनकी महिला साथियों के साथ दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिना कारण उनके आस-पास इतनी फोर्स लगा रखी है। इन फोर्स को आसनसोल में शांति बहाली के लिए लगाया जाना चाहिए लेकिन पुलिस एवं ममता सरकार ने जान-बूझकर हिंसा को भड़कने दिया। और हिंसा भड़कने के बाद खुद दिल्ली चली गयी