राष्ट्रीय राजमार्ग सांख्य दो के डीबुडीह चेक पोस्ट के समीप बराकर नदी पर बनी ब्रिज अब पुनः चालू होने की आसार नजर आने लगी है। लगभग 15 माह से बंद पड़ी धनबाद से आसनसोल की ओर जाने वाली ब्रिज एनएचएआई की टेक्निकल टीम द्वारा चार हाइवा डंपर पर 138 टन लोड देकर शनिवार से ही परीक्षण जारी है।
एनएचएआई सड़क प्रोजेक्ट डायरेक्टर मलय दत्तो ने कहा कि इस लोड परीक्षण के बाद ही ब्रिज की भविष्य का फैसला तय होगा। किन्तु आशा है कि नव वर्ष पर बंद ब्रिज से अवागमन की संभावना है। जिससे झारखंड बंगाल को जोड़ने वाली इस ब्रिज के चालू हो जाने से दूसरी ब्रिज की लोड कम हो जाएगी। बीते वर्ष अक्टूबर माह में ब्रिज के फुटपाथ का एक हिस्सा टूटकर गिर जाने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस ब्रिज पर आवागमन पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था।
जिससे आने-जाने वाली सभी वाहनों का भार एक ब्रिज पर ही हो रहा था। किंतु ब्रिज की परीक्षण और जटिल जाँच के लिए मुंबई से अभियंताओं का एक दल निरंतर यहाँ कार्य कर रही है। जिनके साझा निष्कर्ष के बाद ही सड़क पर आवागमन सुचारु हो पाएगी।
वसूली बंद नहीं हुआ तो एक दिन टूट जाएगी डीबुडीह ब्रिज
डीबुडीह सेल टैक्स कार्यालय में तैनात यू तो पुलिस कर्मियों को आसनसोल पुलिस लाइन से 15 दिन की ड्यूटी पर डीबुडीह चेकपोस्ट भेजा जाता है। अलबत्ता इन पुलिस कर्मियों को इन 15 दिनों में चेकपोस्ट पर वाहनों से खुली लूट करने का मौका मिला जाता है। इन्हें यह किसी का भी भय नहीं होता क्योंकि इन्हें मालूम है एक एएसआई के कांस्टेबल की ड्यूटी 15 दिन की है। ऐसे में शिकायत करके भी कोई इनका कुछ नहीं बिगड़ सकता है।
झारखण्ड से बंगाल की ओर आने वाली राजमार्ग पर यह पुलिस वाले रात में जमकर वसूली करते थे। अलबत्ता 15 महीने पहले इस ब्रिज को बंद हो जाने के बाद अब यह के मनबढू पुलिस दोसरी झारखण्ड के और जाने वाली मार्ग पर पूरी रात वसूली करते है।
स्थानीय लोगों का आरोप है। इस वसूली के कारण डीबुडीह ब्रिज पर पूरी रात जाम लगी रहती है। यही कारण रही है कि एक ब्रिज आज डेमेज हो चुकी है।
इस पूरे प्रकरण में सेल टैक्स पर स्थित आसनसोल पुलिस लाइन के जवान भय मुक्क्त होकर ब्रिज के बाद ही बेरिकेड्स लगाकर जबरन वसूली करते है। किंतु कुल्टी पुलिस से लेकर कुल्टी ट्रैफिक गार्ड की यह एक भी नहीं चलती है।