गोमो। वाम मोर्चा धनबाद द्वारा धनबाद में पेट्रोल डीजल के मूल्य वृद्धि से देश में बढ़ती मंहगाई के खिलाफ धनबाद जिला परिषद मैदान से “मंहगाई विरोधी रैली” निकाली गई है।
रैली में “भाजपा सरकार का देखो खेल, मंहगा किया है राशन-तेल!” नारे के साथ धनबाद जिला परिषद मैदान से पार्क मार्केट हीरापुर मुख्य मार्ग होकर रणधीर वर्मा चौक पहुँचा, जहाँ भारी बारिश में सभा करते हुए माकपा जिला सचिव कामरेड संतोष कुमार घोष ने अपने वक्तव्य में कहा कि पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्कों में 5 एवं 10 रूपयों की मामूली कटौती की घोषणा से ,आम जनता को कोई राहत नहीं मिलने जा रहा है, चुंकि पेट्रोल और डीजल पर अलग अलग प्रति लीटर 33 और 32 रुपयों का उत्पाद शुल्क है। यह कटौती अत्यंत मामूली है और इससे अर्थव्यवस्था तथा आमलोगों का बोझ हल्का नहीं होगा। यह कुछ राज्यों में हुए उप चुनाव के भाजपा विरोधी नतीजों से आतंकित होकर हड़बड़ी में लिए गए निर्णय हैं। अगर तेल की कीमतों को एक तार्किक स्तर पर रखना है तो केन्द्र सरकार को उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौतियाँ करनी होगी और तेल पर जबरन लादे गए अधिभार को खत्म करना होगा।
वक्ताओं में मासास के पूर्व जिला अध्यक्ष कॉ. हरि प्रसाद पप्पू ने कहा कि मोदी जी का सबका साथ, सबका विश्वास तथा सबका विकास कोरा साबित हुआ है, मंहगाई जानलेवा हो गई है और मोदी सरकार अपने जनविरोधी नीतियों को लागू करने में मस्त हैं। वहीं माले जिला सचिव कॉ. कार्तिक प्रसाद ने कहा है कि जनता परेशान हो रही है। पेट्रोल डीजल मंहगा होने से खाने पीने वाली सभी वस्तुओं का दाम दुगुना बढ़ गया है। भाकपा नेता कॉ. फिरोज़ रज़ा ने कहा कि कमरतोड़ मंहगाई से आम जनता की माली हालत खस्ता हो गई है। मंहगाई की मार हर समुदाय के त्यौहारों पर सीधा देखा गया है, जिससे आम जनता में काफी आक्रोश है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कॉ. सुरेश प्रसाद गुप्ता ने कहा कि जनविरोधी भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र की मोदी सरकार अगर मंहगाई पर काबू नहीं पाया, तो देश में चक्का जाम आंदोलन किया जाएगा।
वाम मोर्चा की मंहगाई विरोधी रैली में सीपीआई (एम),मासस, भाकपा (माले), भाकपा सहित विभिन्न जनसंगठनों में किसान सभा, जनवादी महिला समिति, डी वाई एफ आई, के लोग बड़ी संख्या में शामिल थे। महिलाओं की उपस्थिति बेहतर थी। कार्यक्रम में नकुल देव सिंह, डॉ. महमूद अली, सपन माजी, राम कृष्णा, राणा चटराज, भूषण महतो, मोo यूसुफ, मोo नौशाद, माया लायक, रामबालक, सुनना लहरी, रीना पासवान, परशुराम महतो,भगवान दास, विकास कुमार ठाकुर, गौतम प्रसाद, कार्तिक घोष,टीनू गुप्ता, धरम बाउरी, सुभाष मुर्मू, अखिलेश महतो, रामप्रसाद बेलदार, दिलीप महतो, अशोक राय,फूलो देवी, चरकी देवी, रेशमी देवी, अजय प्रजापति, अजरानी निशानी, ज्ञानोदय गोर्की, वीर भगत, सीताराम कुंभकार, महेश प्रसाद महतो, कृष्णा प्रसाद, शुकदेव हरि, रमेश सोरेन, सखी दास, नन्दू कुमार, सचिन कुमार, लखिराम महतो, महादेव महतो, प्रजा पासवान, भारत भूषण, लीलामय गोस्वामी, महेंद्र भुइंया तथा सैकड़ों लोग शामिल थे।