भाजपा के बीस सूत्री अध्यक्ष गिरिजा शंकर उपाध्याय ने भी भाजपा को अलविदा कह दिया है । बीते 8 नवंबर को ही भाजपा को अलविदा कह कर अपने दर्जनों समर्थकों के साथ वे जदयू पार्टी में शामिल हो गए ।
उन्होंने भाजपा पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि नेतृत्व की उपेक्षा और आमर्यदित व्यवहार से क्षुब्ध होकर उन्होंने भाजपा छोड़ा है ।
उन्होंने कहा कि भाजपा के स्थापना काल से ही पार्टी को घर घर तक पहुँच बढ़ाई एक तरफ उग्रवाद दूसरी तरफ जातिवाद इन समस्याओं से जुझते हुए 1995 में उपाध्याय को तोपचांची प्रखण्ड भाजपा का अध्यक्ष का दायित्व मिला, 1995 से 2019 तक प्रखण्ड अध्यक्ष रहते हुए 3 लोकसभा चुनाव हुए और हर चुनाव में तोपचांची प्रखंड से पार्टी को बढ़त मिली, 2014 के चुनाव में 21000 मतों से रवींद्र कुमार पाण्डेय विजय हुए थे, जिसमें तोपचांची की मुख्य भूमिका थी, पुनः 2010 से 2014 तक प्रखण्ड अध्यक्ष का दायित्व मिला, किसी पद कि लालसा से दूर पार्टी को सर्वश्रेष्ठ मानते हुए, कार्य किया और भाजपा का जनाधार बढ़ाया लेकिन नेतृत्व से बदले में उपेक्षा ही मिली ।
उन्होंने बेहद दुःख भरे लहज़े में कहा कि पिछले दिनों पू्र्व सांसद रवीन्द्र पाण्डेय के व्यवहार से कुपित होकर उन्होंने भाजपा छोड़ा है ।