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भु-माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर तालाबों की भराई कर बेचे जा रहे जमीन, जिला अदिकारी खामोस, भु-जल स्तर गिरने के कारणों में से एक तालाब की भराई

बड़े पैमाने पर हो रहे तालाबों की भराई के काम से भु-जलस्तर दिनों दिन नीचे जा रहा है । आने वाले समय में एक दिन जल संकट विकराल रूप लेने वाली है। भु-माफियाओं का मनोबल जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के ढीले रवये से दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। तालाबों पोखरों को भर कर बेच दिए जा रहे हैं, उस पर बड़ी-बड़ी इमारते खड़ी कर दी जा रही है। तालाबों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। तालाबों के मालिक पैसे की लालच या भु-माफियाओं के दब-दबे से उन्हें बेच दे रहे हैं और वे तालाबों को भर कर बेच रहे हैं। अतिक्रमण का दौर तेजी से जारी है।

एक तरफ सरकार नरेगा मनरेगा के नाम पर तालाबों को खुदवा रही है वहीं दूसरी ओर इसे भरने का काम भु-माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर किया जा रहा है । जिला उपायुक्त ओर अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौन बैठे हैं । भु-माफियाओं के डर से न तो कोई इस कि शिकायत करने वाला है न अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे हैं ।

                   अंडाल थाना रोड स्थित तालाव

अंडाल में थाना रोड में पिछले 10 वर्षों में 7 से 8 तालाबों को भर कर बेच दिया गया है और अभी भी ये सिलसिला बतस्तुर जारी है। बचे हुए बाकी के तालाब भी भरे जा रहे हैं और उन पर मकान बन रहे हैं । आने वाले दिनों में तालाब सिर्फ सरकारी जमीन पर ही देखे जा सकेंगे या उस पर भी भु-माफियाओं की नजर पड़ी तो वो भी भर कर किसी न किसी काम में जमीन ले लिए जाएँगे ।

ये हर जगह हो रहा है। राजनेतिक पार्टियाँ इस पर कुछ बोलती नहीं, वो आवाज नहीं उठती, कही न कही उन्हें भी परोक्ष रूप से इस का फायदा मिल रहा। उन के हिस्से में भी कुछ जा रहा । आम जनता मूक दर्शक की भाँति देख रही और वो भी तालाब की जमीन को ले कर इस को बढ़ावा दे रही है। कानूनी रूप से इसे डांगा/गड्ढा लिख कर बेच दी जाती है।

वर्षा का जल संग्रहित करने का प्राकृत स्रोत एक मात्र यही है ।अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया तो आने वाले दिनों में जल संकट गहराता जाएगा। इसे रोकने के लिए जिला अधिकारी द्वारा भु माफियाओं के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की जानी चाहिए

Last updated: अप्रैल 19th, 2021 by News-Desk Asansol