आसनसोल: पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल स्थित दामोदर नदी के बर्नपुर घाट पर गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं ने पुलिस व्यवस्था, महिलाओं के लिए कपड़े बदलने की जगह और शौचालयों की कमी पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है।
हर साल गुरु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस पवित्र तिथि पर गंगा (या पवित्र नदियों) में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को मोक्ष मिलता है। साथ ही, अनजाने में किए गए पापों से भी मुक्ति मिलती है। इस प्रचलित विश्वास के कारण, आज सुबह से ही राज्य के विभिन्न जिलों के साथ-साथ आसनसोल के बर्नपुर घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे।
प्रमुख शिकायतें:
पुलिस व्यवस्था का अभाव: भक्तों ने शिकायत की कि भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस का कोई समुचित इंतजाम नहीं था।
महिलाओं के लिए असुविधा: महिलाओं के लिए कपड़े बदलने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शौचालयों की कमी: घाट पर शौचालय (शोचालय) की सुविधा भी नदारद थी, जिससे विशेष रूप से महिलाओं और बुजुर्गों को मुश्किल हुई।
बढ़ती भीड़, घटती सुविधाएँ
श्रद्धालुओं ने नाराजगी जताते हुए कहा कि दामोदर नदी के बर्नपुर घाट पर सालों-साल भक्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से सुविधाओं के लिए कोई स्थायी या उचित व्यवस्था नहीं की जाती है। इस अव्यवस्था के कारण पुण्य की कामना से आए लोगों को निराशा और असुविधा का सामना करना पड़ा।

