Site icon Monday Morning News Network

सीबीआई की टीम द्वारा अवैध खनन के मामले में शिल्पाँचल के कई ठिकानों पर हुई छापेमारी के बाद कोयले पर आधारित फैक्ट्रियों में कोयले का अभाव शुरू

रांनीगंज। कोयला तस्करी एवं अवैध खनन के मामले में शिल्पाँचल सहित राज्य के लगभग 30 ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने दूसरी बार पिछले सप्ताह औचक छापेमारी की इ सी एल अधिकारी के विरुद्ध में एफ आई आर दर्ज की गई । मुख्य पंडा लाला के तमाम ठिकानों पर तलाशी ली गई । आज स्थिति यह है जिन अवैध कारोबारी के अड्डों पर अथवा अवैध खनन के अड्डों पर चलती फिरती रेस्टोरेंट चला करता था। पूरा माहौल गुलजार रहा करता था आज उन तमाम जगहों पर सन्नाटा छाया हुआ है।

रानीगंज और जामुड़िया क्षेत्र के लगभग 50 से 60 कोयला पर आधारित फैक्ट्रियों कोयले के अभाव में अभी से ही जूझने लगी है। सूत्रों का कहना है कि कोयले पर आधारित इन फैक्ट्रियों पर भी सीबीआई की नजर डाली है कोयले पर आधारित इन फैक्ट्रियों में फर्नेस, पावर प्लांट, क्लीन, मैं कोयले का उपयोग होता है।

इस क्षेत्र के बड़े उद्योग में श्याम सेल गगन फेरोटेक सुपर स्मेल्टर भगवती आर ए सी आई एम बी स्पोंज मैं लगभग 2000 से 23 सौ टन कोयले प्रतिदिन इस्तेमाल होती है इन तमाम फैक्ट्रियों में बड़े ही सुनियोजित तरीके से रानीगंज थाना एवं जामुड़िया थाना क्षेत्र से अवैध उत्खनन से प्राप्त कोयले की खपत की जाती थी। अब एकाएक छापेमारी के बाद अन्य जगहों से कोयले कोला कर उद्योग को चलाना टेढ़ी खीर हो गई है।

इन सवालों के जवाब के लिए इन फैक्ट्री मालिकों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन इनके एक भी मालिक के पदाधिकारी कुछ भी कहने से इनकार करते रहे और यहाँ तक सूचना देते रहे कि बाहर हाल फैक्ट्री में मालिक नहीं है।

Last updated: नवम्बर 30th, 2020 by Raniganj correspondent