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सोने की खान है लच्छीपुर, कब्जे के लिए दो गुटों में संघर्ष

लच्छीपुर रेडलाइट एरिया में कब्जे को लेकर हो रहा है संघर्ष

आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत नियामतपुर फाड़ी क्षेत्र के लच्छीपुर (रेडलाईट एरिया) में इन दिनों अपराधिक घटनाओं में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है,

जिसके कारण यौनकर्मियो और स्थानीय छोटे-मोटे दुकानदारों एवं आस-पास के लोगों में भी दहशत व्याप्त है.

सोने की खान है लच्छीपुर

गौरतलब है कि लच्छीपुर प0 बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा यौनपल्ली क्षेत्र है,

जहाँ पूरे पश्चिम बंगाल समेत पड़ोसी राज्यों से लोगों का आना लगा रहता है.

जिसके कारण यह क्षेत्र सोने की खान जैसी है, जिस पर हर ख़ास-ओ-आम की निगाह रहती है.

विगत कुछ दिनों से अशांत है लच्छीपुर

यह क्षेत्र विगत कुछ दिनों से अशांत दिख रहा है, मानो पुलिस-प्रशासन का भय यहाँ के दबंगो को अब नहीं रहा.

दो गुटों में वर्चस्व को लेकर हुयी हिंसक झड़प

लच्छीपुर रेडलाइट इलाके पर कब्जे को लेकर हुये संघर्ष में हमले के बाद का दृश्य

बताया जाता है कि बीते बुधवार की देर रात्री दो गुटों में वर्चस्व को लेकर हिंसक झड़प हो गयी.

लेकिन स्थानीय लोगो के  बीच-बचाव के बाद मामला शांत हो गया.

मगर दुसरे दिन गुरूवार की अहले सुबह तक़रीबन पांच बजे एक गुट के दर्जनों लोग लाठी-डंडे से लैस होकर

दुसरे गुट के युवक के घर पर हमला कर दिया और सोये हुए दिलीप मिश्रा (तेतर) और

सचिन मिश्रा पर ताबड़-तोड़ हमला कर दोनों की बुरी तरह पिटाई शुरू कर दी और घरो के सामान तोड़ दिया.

वही तेतर मिश्रा के लोगो को खबर मिलते ही दर्जनों युवक वहाँ पहुँच गए.

जिसके बाद यह एरिया रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके सरपरस्तों ने उन्हें छुड़ाया

नियामतपुर फाड़ी  पुलिस को सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंची लाठी चार्ज कर युवको को खदेड़ा.

जिसके बाद मौके पर से पुलिस ने दोनो गुट के एक-एक युवक राजेश चौधरी और दिलीप मिश्रा (तेतर) को पकड़ कर फाड़ी ले आई.

साथ ही एक मोटर साईकल भी जब्त किया गया.

काफी देर बाद दोनों गुटों के सरपरस्त फाड़ी पहुंचे और मामला को रफा-दफा करा कर दोनों युवको को छुड़ा ले गए.

“यह तो रोज की बात है” : पुलिस

इस बाबत नियामतपुर फाड़ी के एक एसआई ने कहा कि यह तो रोज की घटना है और आये दिन वहाँ झमेला होता रहता है,

जबकि जिस दिन झमेला नहीं होगा वो दिन चिंतनीय होगी.

गुलजार रहती है लच्छीपुर की रात

जानकारी के अनुसार यौनपल्ली रात में बंद हो जानी चाहिए लेकिन लच्छीपुर रात से ही शुरू होती है.

अवैध कोयला खदानों ने इलाके की चमक बढ़ा दी है

कहते हैं न कि हर अपराध किसी दूसरे अपराध की माँ होती है।

अवैध कोयला कारोबार के अच्छे दिन आने के बाद से लच्छीपुर रेड लाइट इलाकों के भी अच्छे दिन वापस आ गए हैं।

और उसी के साथ वापस आ गए हैं इलाके पर कब्जे के लिए गैंग

और शुरू हो गयी गैंग की लड़ाई ।

-जहांगीर आलम (आसनसोल )


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Last updated: अक्टूबर 24th, 2017 by Pankaj Chandravancee